खसरा में हेरफेर कर 158 एकड़ में करा लिया धान बिक्री का रजिस्ट्रेशन
सतना खसरा में हेरफेर कर 158 एकड़ में करा लिया धान बिक्री का रजिस्ट्रेशन
डिजिटल डेस्क सतना। खसरा में हेरफेर कर उपलब्ध जमीन को 50 गुना अधिक दिखाते हुए धान की बिक्री का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद 11 सौ क्विंटल अनाज कोठी खरीदी केन्द्र में बेचने के खेल का खुलासा होने पर पुलिस ने किसान और हल्का पटवारी के खिलाफ जालसाजी का अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मौहार निवासी बृजेश सिंह पुत्र महेन्द्र नारायण सिंह के नाम पर 1.160 हेक्टेयर जमीन शासन के रिकॉर्ड में दर्ज है, मगर आरोपी ने रकवा नम्बर 228/3 में दर्शाई गई 0.063 हेक्टेयर आराजी को वर्ष 2021-22 के खसरा में 63.00 हेक्टेयर करवा लिया और इसी के आधार पर सेवा सहकारी समिति बरहना में धान बिक्री का रजिस्ट्रेशन भी करवाने में सफल रहा। इस दौरान मौहार हल्का के पटवारी इंदा प्रजापति ने गिरदावली के समय बृजेश से सांठगांठ कर 63 हेक्टेयर में फसल की बुवाई किए जाने का उल्लेख कर दिया।
2 बार में बेची 11 सौ क्विंटल धान —-
इसके बाद आरोपी किसान ने बरहना के बजाय सहकारी समिति कोठी में संचालित खरीदी केन्द्र में 29 दिसम्बर 2021 और 5 जनवरी 2022 को 11 सौ क्विंटल धान की बिक्री कर दिया, मगर जब समर्थन मूल्य के भुगतान की बारी आई तभी जिला मुख्यालय में पदस्थ उप पंजीयक सहकारी समिति के पास एक शिकायत आई कि बृजेश सिंह के पास कुल 1.160 हेक्टेयर जमीन है। उसने दस्तावेजों में हेरफेर कर 63 हेक्टेयर भूमि दिखाकर पटवारी इंदा प्रजापति से मिलीभगत कर शासन को चूना लगाया है, इस सूचना की जांच कराई गई तो आरोप सही पाए गए, जिस पर सहायक समिति प्रबंधक कोठी संजय कुमार द्विवेदी पुत्र सत्यनारायण द्विवेदी को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए।
और तब हुई कायमी —-
वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर सहायक समिति प्रबंधक ने मंगलवार शाम को धान बिक्री का रजिस्ट्रेशन कराते समय पेश किए गए कूटरचित दस्तावेजों एवं जिला मुख्यालय से प्राप्त वास्तविक कागजातों के साथ थाना प्रभारी भूपेन्द्रमणि पांडेय से मुलाकात की। उन्होंने जांच प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया, तब सभी कागजातों का परीक्षण कर आरोपी किसान बृजेश सिंह और हल्का पटवारी इंदा प्रजापति के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 व 34 के तहत कायमी कर ली गई। इस जालसाजी को देखते हुए आरोपियों की संख्या बढऩे की संभावना बनी हुई है।