अकोट कृषि उपज मंडी में सफेद सोने को मिले रिकाॅर्ड दाम
किसानों की बल्ले-बल्ले अकोट कृषि उपज मंडी में सफेद सोने को मिले रिकाॅर्ड दाम
डिजिटल डेस्क, अकोट। मंडी समिति में शुक्रवार, 25 मार्च 2022 को कपास को 12,000 रू. दाम मिलने से अकोट में सफेद सोना पुन:चमकने लगा है। जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी झलक रही है। प्रतिदिन तेजी से बढ़ते दामों से सफेद सोने को ऐतिहासिक दाम मिलने से किसानों में खुशी देखी जा रही है। अकोट मंडी समिति कपास की बड़ी मंडी है। इस मंडी समिति में किसानों के सफेद सोने काे काफी अच्छे दाम मिलते हैं। जिससे दूसरे राज्यों के कपास उत्पादक किसान अकोट मंडी समिति में कपास बिक्री करने के लिए पहुंचते हैं। सोमवार को भी काफी अच्छे दाम मिले थे। लेकिन किसी को यह उम्मीद नहीं थी कि आगे चलकर रेट में इतना इजाफा होगा। अकोट तहसील के ग्राम पंुडा के किसान विठ्ठलराव तुकाराम झटाले की कपास को आज मंडी में रिकॉर्ड दाम रू. 12,000 मिले है। जिससे किसान बड़े खुश नजर आ रहे है।
शुक्रवार को अकोट मंडी समिति में कपास को अधिकतम 12000 तथा न्युनतम 8 हजार 400 रुपए दाम मिलने की जानकारी मंडी समिति प्रशासन की ओर से दी गई है। कपास वाकई व्हाइट गोल्ड साबित हो रहा है। महाराष्ट्र में इसे अब तक के सबसे ज्यादा दाम मिले है। किसानों को रिकॉर्ड रेट मिला है। अकोला जिले की अकोट बाजार समिति में पिछले 50 साल में जो नहीं हुआ वह इस साल हुआ है। सोमवार को कपास काे 11,850 रुपये प्रति क्विंटल का रेट प्राप्त हुआ था। उसके पश्चात आज तो दाम में इतना इजाफा हुआ कि रिकॉर्ड तोड़ दिया है। किसान अब संग्रहित कपास बेच रहे हैं। खरीफ सीजन में कपास उत्पादन में गिरावट के कारण इस साल कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहना स्वाभाविक था। जब कपास का रेट कम था तब किसान इसकी बिक्री की बजाय उसे स्टोअर कर रहे थे। अब मांग में वृद्धि को देखते हुए बिक्री कर रहे हैं। मंडी में कपास बिक्री के लिए लाए गए वाहनों की कतार लगी हुई है। उच्च गुणवत्ता वाली कपास को अच्छे दाम दिए जा रहे हैं।
खरीफ सीजन के दौरान प्रकृति की अनियमितताओं के कारण सभी फसलों को नुकसान हुआ था। सोयाबीन और कपास को जोरदार झटका लगा था। जबकि कपास की फसल अपने अंतिम चरण में थी। बेमौसम बारिश के कारण गुलाबी इल्ली व अन्य रोगों के प्रकोप के कारण उत्पादन आधा हो गया था। जिससे कपास उत्पादन में गिरावट आई थी। जहां कपास क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से गिरावट आ रही है, वहीं उत्पादन में गिरावट से इस साल रिकॉर्ड दरों में वृद्धि की उम्मीद थी और अब यह आखिरकार सच हो गया है और किसानों को बढ़ती दरों से राहत मिली है।
अच्छे दाम से मिली राहत
मुस्तफा खतीब, कपास उत्पादक किसान, खतीबपुरा के मुताबिक मेरे पास कालेवाड़ी में 6 एकड़ खेती है। जिसमें से 5 एकड़ में मैने कपास की बुआई की है। इस 5 एकड़ में 43 क्विंटल कपास हुआ है। कभी सोचा भी नहीं इतने दाम कपास को दाम मिले है। जिससे संतुष्ट हूं।