रायगढ़ : ऑनलाइन शिक्षा में 'हमारे नायक ' स्तंभ में बदलाव

रायगढ़ : ऑनलाइन शिक्षा में 'हमारे नायक ' स्तंभ में बदलाव

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-14 11:08 GMT
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 डिजिटल डेस्क रायगढ़ | रायगढ़, 13 जुलाई2020 कोरोना काल में हुई स्कूल में तालाबंदी के दौरान स्कूली शिक्षा व बच्चों की नियमित पढ़ाई के लिए शुरू किये गए ऑनलाइन पोर्टल "पढ़ई तुंहर दुआर " के स्तंभ "हमारे नायक " की चयन प्रक्रिया में बदलाव के साथ, सीखने के वैकल्पिक मॉडल का विस्तार किया जा रहा है। हमारे नायक नाम से शुरू किये गए स्तंभ में प्रतिदिन स्कूली बच्चों की स्वरचित मौलिक कहानियों का प्रकाशन किया जाकर, बच्चों की सृजनात्मक क्षमता को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया था। शुरुआती चरण सामग्री देखने और अपलोड करने पे फोकस करते हुए एक बड़े प्रोजेक्ट के लिए संसाधनों को जुटाना एवं इससे जुडऩे के लिए अभ्यास था। इस स्तम्भ में शिक्षकों एवं बच्चों द्वारा ऑनलाइन क्लासेस में बढिय़ा काम करने के आधार पर शिक्षकों एवं बच्चों का हमारे नायक में चयन किया जा रहा था। अब आगामी तीसरे चक्र में इस स्तम्भ हमारे नायक के चयन के लिए प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब तीसरे चरण में हमारे हीरो, हमारे नायक होंगे ऐसी शख्सियतें जो व्यक्तिगत रुचि लेकर बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए प्रयासरत कर रहें है। प्रक्रिया में हुए बदलाव के इस चक्र में हमारे नायक में अब जिले में शिक्षक से लेकर, जिला शिक्षा अधिकारियों का चयन किया जाएगा। विभिन्न स्तरों पर इनके माध्यम से बच्चों की शिक्षा में एक निर्धारित संख्या से अधिक संख्या में स्कूलों में वैकल्पिक शिक्षा की सुविधा निरंतर प्रारंभ करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। जिसके तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे सुकमा में मोटर सायकिल स्कूल कांसेप्ट, बस्तर में लाउडस्पीकर स्कूल, दंतेवाड़ा में बुलटू रेडियो और रायगढ़ जिले में स्थानीय केबल टीवी के माध्यम से ऑनलाइन पाठो का प्रसारण, नियमित संचालन व व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य कर रहे शिक्षक इस दिशा में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। इसी तरह सीखने के वैकल्पिक मॉडल में विस्तार किया जाकर विभिन्न वैकल्पिक उपाय भी सुझाये गए है जैसे पढ़ई हमर पारा, वर्क शीट, गृहकार्य तुंहर दुआर, हर बोलवा शिक्षा सारथी, पालकों के माध्यम से घर-घर पढ़ाई। जिसके तहत इनमें से अथवा किसी और नवाचारी उपाय अपना कर, मॉडल का संचालन कर, उसके प्रमाण योजना की जानकारी, केन्द्र की सूची, सम्पर्क नम्बर, स्कूल का नाम, नोडल अधिकारी का नाम, अपनाई गई योजना में शामिल अधिकारी द्वारा क्षेत्र भ्रमण एवं क्रियान्वयन से संबंधित फोटोग्राफ्स का संकलन किया जाना है और अधिकारियों द्वारा एक सफ्ताह के भीतर योजना से संबंधित व क्राइटेरिया के भीतर समस्त चीजों का विवरण गूगल फार्म में भेजा जाएगा। जिसमें से हमारे नायक में स्थान पाने वालों की पहचान कर उन पर ब्लॉग लिखा जाएगा। उक्त प्रक्रिया में हमारे नायक में आने हेतु विभिन्न स्तरों पर उपायों को अपनाते हुए निर्धारित स्तर व संख्या अनुसार स्कूलों में क्रियान्वयन का प्रयास करना है। जैसे जिला शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य के स्तर पर क्रमश: कम से कम 200 स्कूल, जिला स्तरीय कार्यालयों के अधिकारियों के स्तर पर 100 स्कूल, ब्लॉक स्तर अधिकारी स्तर पर 100, सहायक विकासखण्ड स्तर अधिकारी स्तर पर 50 स्कूल, संकुल स्तर पर 10 स्कूल, शिक्षक स्तर पर 5 स्कूल में विभिन्न सीखने के वैकल्पिक मॉडल का संचालन करना है। इस तरह हमारे नायक के चयन प्रक्रिया में बदलाव के साथ सीखने के वैकल्पिक मॉडल का विस्तार स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया जा रहा है। स.क्र./82/राहुल
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