57 साल बाद नागपुर विधानसभा की बत्ती गुल, विपक्ष ने किया हंगामा
57 साल बाद नागपुर विधानसभा की बत्ती गुल, विपक्ष ने किया हंगामा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विजय सिंह "कौशिक"। उपराजधानी के विधानभवन में जल भराव हो गया। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर ने इंजीनियर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। सत्तावन साल बाद इतिहास ने फिर खुद को दोहराया और शुक्रवार को विधानभवन की बिजली गुल हो गई। इससे विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया। 57 साल पहले भी नागपुर में आयोजित विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान ऐसा हुआ था। गुरुवार की रात से शुरू भारी बारिश के चलते विधानभवन परिसर पूरी तरह जलमग्न हो गया। बिजली के सब स्टेशन में पानी भर गया। जिसके चलते विद्युत आपूर्ति रोकनी पड़ी। विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने अपने कार्यालय में मोमबत्ती जलाकर सरकार के कामकाज के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया और मोमबत्ती युग में लौटन का एहसास कराया तो विधानसभा में विपक्ष ने राधा कृष्ण विखेपाटील एक वीडियो ट्विट कर इस स्थिति के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
भारी बरसात से सदन की बिजली जाने से विपक्ष को मिला मौका
इससे पहले 23 अगस्त 1961 को भी नागपुर विधान भवन की बिजली गई थी और सदन का कामकाज रद्द करना पड़ा था। उस वक्त सदन में एक विधेयक पर चर्चा चल रही थी। बिजली जाने के बाद 8 मिनट तक फिर से आपूर्ति बहाल होने का इतजार करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। उसके बाद यह पहला मौका है जब फडणवीस सरकार को बदइंतजामी के लिए फजीहत झेलनी पड़ी है। हालांकि मानसून सत्र में इस तरह की समस्याओं से दो-चार होने का अंदेशा पहले से था। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने खुद विधानभवन परिसर की साफ सफाई और जलनिकासी का जायजा लिया था फिर भी यह नौबत आई। नागपुर करार के तहत नागपुर में हर साल महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र दिसंबर महीने में आयोजित होता रहा है। अब तक नागपुर में साल 1961, 1966 और 1971 में मानसून सत्र आयोजित किया गया था।महाराष्ट्र विधानसभा में बत्तीगुल होने के बावजूद शुक्रवार को सुबह 10 बजे सदन की कार्यवाही शुरु हुई। विपक्षी विधायकों ने मोबाईल की टार्च जलाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
रोज जाती है हमारे घरों की बिजली
भारी बारिश के चलते सदन की कार्यवाही बंद पड़ने पर सरकार में शामिल शिवसेना सहित विपक्षी दलों ने सरकार पर जमकर हमला बोला। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा छाया रहा। विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने विधान भवन की बिजली जाने को लेकर ट्विटर पर सरकार की आलोचना की तो कई ट्विटर यूजर यह कहते हुए आक्रामक नज़र आये की हमारे घरों की बिजली तो हर रोज गुल होती है, आप की एक दिन गई तो इतना हंगामा क्यो है बरपा।