पंजाब: अटारी वाघा बॉर्डर पर भारत को पाकिस्तान ने सौंपे 20 मछुआरे, रविवार को हुए थे रिहा
पंजाब: अटारी वाघा बॉर्डर पर भारत को पाकिस्तान ने सौंपे 20 मछुआरे, रविवार को हुए थे रिहा
- मछुआरों को जासूसी के आरोप में गुजरात तट से गिरफ्तार किया गया था
- मछुआरों को रविवार को पाकिस्तान की लांधी जेल से रिहा किया गया था
डिजिटल डेस्क, अमृतसर। पाकिस्तान ने सोमवार को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए 20 मछुआरों को भारतीय अधिकारियों के हवाले किया। सभी मछुआरों को पाकिस्तान ने अमृतसर की अटारी वाघा बॉर्डर पर सौंपा। बता दें कि ये सभी मछुआरे आंध्र प्रदेश के हैं, जिन्हें रविवार को पाकिस्तान की लांधी जेल से रिहा किया गया था। इस रिहाई के बारे में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में इंडियन हाई कमीशन को सूचित किया था।
20 Indian fishermen who were released from Pakistan"s Landhi Jail yesterday handed over to Indian authorities at Attari-Wagah border today. pic.twitter.com/Mg3UHFTWMC
— ANI (@ANI) January 6, 2020
विदेश मंत्री से YSRCP ने रिहाई की मांग की थी
जब इंडियन हाई कमीशन को पाकिस्तान ने मछुआरों की रिहाई के लिए सूचित किया, तो आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ युवाजना श्रामिका रैतु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने बताया था कि पार्टी के संसदीय दल के नेता वी. विजयसाई रेड्डी ने 22 अगस्त को विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था। इस पत्र में आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों के मछुआरों की रिहाई के लिए कदम उठाने की मांग की थी। मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित होने के बाद YSRCP ने उनकी रिहाई का श्रेय लिया और कहा कि उनकी पार्टी के लगातार प्रयासों से यह सफलता हासिल हुई है।
सुषमा स्वराज ने दिया था आश्वासन
YSRCP ने यह भी बताया कि था पार्टी ने बंधक बनाए गए सभी मछुआरों के परिवारों के साथ तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी और उन्होंने कूटनीतिक माध्यमों के जरिए मछुआरों की रिहाई के प्रयास का भरोसा भी दिया था। बता दें कि उत्तरी तटीय आंध्र क्षेत्र के मछुआरों को नवंबर, 2018 में पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने गुजरात तट से गिरफ्तार किया था।