तीसरी लहर की तैयारी... कोविड यूनिट की दीवारों पर दिखेगा छोटा भीम
तीसरी लहर की तैयारी... कोविड यूनिट की दीवारों पर दिखेगा छोटा भीम
- यूनिट को चाइल्ड फे्रंडली वार्ड में कर रहे तब्दील, ताकि संक्रमित बच्चों को मिल सके खुशनुमा माहौल
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कोरोना की तीसरी लहर से लडऩे तैयार किए जा रहे कोविड वार्ड चाइल्ड फ्रेंडली होंगे। वार्ड को बच्चों के अनुकूल बनाया जा रहा है। वार्ड में छोटा भीम और मिक्की माउस जैसे कार्टून सहित बच्चों के लिए मनोरंजक सामग्रियां जुटाई जा रही है। ताकि कोरोना से संक्रमित बच्चों को इलाज के साथ ही उनके मन माफिक खुशनुमा माहौल दिया जा सके। तीसरी लहर के लिए जिला अस्पताल में 120 बेड की चाइल्ड कोविड यूनिट तैयार की जा रही है। संक्रमित बच्चों को खुशनुमा और घरेलू माहौल देने यूनिट में 40-40 बेड के तीन चाइल्ड फे्रंडली वार्ड बनाए जा रहे हैं। बच्चों को आकर्षित करने वार्ड की दीवारों पर छोटा भीम, छुटकी, राजू, कालिया के साथ मिक्की माउस जैसे कार्टून और मनोरजंक तस्वीरें उकेरने तैयारियां चल रही है। यही नहीं बच्चों को लुभाने के लिए वार्ड में खिलौने, बेड पर कार्टून बने रंग बिरंगे चादर और पर्दे भी रहेंगे। संक्रमित बच्चों के लिए वार्ड में खुशनुमा माहौल बनाया जा रहा है। ऐसे माहौल में बच्चे जल्द स्वस्थ होकर घर लौटेंगे।
आधुनिक मशीनों से लैस होगी यूनिट-
तीसरी लहर कब आएगी, इसका किसी को अंदाजा नहीं है। इस वजह से जिला अस्पताल में 120 बेड की चाइल्ड कोविड यूनिट तैयार की जा रही है। यूनिट मेंं 40 बेड का आईसीयू होगा। यहां बच्चों के वेंटीलेटर, ईसीजी, नेबुलाइजर, मॉनिटर, सक्शन मशीनें जैसे कई आधुनिक उपकरण उपलब्ध होंगे। यूनिट में अधिकांश मशीनें इंस्टाल हो चुकी है। इसके अलावा यूनिट में ऑक्सीजनयुक्त 40 बेड और 40 बेड सामान्य रहेंगे।
मां भी साथ रह सकेगी-
अस्पताल में बच्चों के लिए तैयार हो रहे कोविड यूनिट में नवजात शिशुओं को भर्ती करने भी अलग से व्यवस्था रहेगी। वार्ड में संक्रमित बच्चों के साथ मां को साथ रखने की व्यवस्था रहेगी। ताकि बच्चे अपने आप को अकेला न महसूस कर सके। अस्पताल प्रबंधन द्वारा प्रोटोकॉल का पालन कराते हुए बच्चे को मां के साथ रखा जाएगा।
सकारात्मक वातावरण बनाने की मंशा-
आरएमओ डॉ. संजय राय का कहना है कि संक्रमित बच्चों के लिए अस्पताल में चाइल्ड फे्रंडली वार्ड बनाने का मकसद सकारात्मक वातावरण बनाना है। बच्चों को अस्पताल में खुशनुमा और घरेलू माहौल मिलेगा तो वे जल्दी स्वस्थ होंगे। कोरोना के संक्रमण से लडऩे में इस माहौल का बच्चों पर अच्छा असर होगा।