बस ऑपरेटर के आत्मदाह की चेतावनी से 5 घंटे तक सखते में रही पुलिस
सतना बस ऑपरेटर के आत्मदाह की चेतावनी से 5 घंटे तक सखते में रही पुलिस
डिजिटल डेस्क सतना। भाजपा जिला कार्यसमिति के सदस्य और बस ऑपरेटर श्रीकृष्ण मिश्र के आत्मदाह के एलान का हाई वोल्टेज घटनाक्रम शनिवार को 5 घंटे तक पुलिस-प्रशासन के लिए मुसीबत बना रहा। हालांकि पुलिस की सक्रियता और सूझबूझ से कोई अप्रिय स्थिति नहीं बनी।
ये है मामला —-
गौरतलब है कि मझगवां निवासी श्री मिश्र एमबीबीएस के नाम से बस कम्पनी चलाते हैं। उनका आरोप है कि बीते 8 दिसम्बर 2021 को पहाड़ीखेरा से बारात लेकर पाथरकछार जा रही बस क्रमांक एमपी 19 पी- 0390 का एक्सीडेंट पहलवान पंडित के पुरवा के पास नरैनी के विधायक राजकरण कबीर की स्कार्पियो नम्बर यूपी 90 डब्ल्यू- 5200 से हो गया था, तब विधायक ने अपने रसूख के दम पर फतेहगंज से पुलिस बुलवाकर बस समेत ड्राइवर-कंडक्टर को यूपी ले जाकर बंधक बना लिया था, जिन्हें तत्कालीन जिला दंडाधिकारी के हस्तक्षेप से छोड़ा गया था, मगर विधायक और यूपी पुलिस की मनमानी पर कार्रवाई के लिए उन्होंने बरौंधा थाने के प्रभारी से लेकर एसपी तक शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बात से व्यथित होकर श्री मिश्र ने बीते दिनों एमपी और यूपी के मुख्यमंत्रियों के नाम एक पत्र भेजकर कार्रवाई नहीं होने पर 15 जनवरी को शाम 4 बजे भरहुत नगर स्थित भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह का एलान कर दिया था।
आईपीएस के नेतृत्व में सक्रिय थीं 3 टीमें —-
भाजपा नेता के आत्मदाह की चेतावनी को देखते हुए एसपी धर्मवीर सिंह ने उनकी तलाश के लिए चित्रकूट के एसडीओपी और आईपीएस अभिनव चौकसे के नेतृत्व में 3 टीमें बनाई थीं, जो मझगवां में उनके घर से लेकर सभी रिश्तेदारों और संभावित स्थानों पर पतासाजी कर रही थी, मगर श्री मिश्र अपना मोबाइल घर पर छोड़कर अकेले ही निकल गए थे। ऐसे में एक टीम उनके बेटे को लेकर भाजपा कार्यालय के बाहर तैनात की गई, तो दूसरी टीम ने मुख्त्यारगंज, बरदाडीह और मारूति नगर के आसपास तलाश शुरू कर दी, जबकि तीसरा दस्ता बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन में सक्रिय था। अंतत: दोपहर डेढ़ बजे मुख्त्यारगंज के एक सब्जी विक्रेता ने श्रीकृष्ण मिश्र को पैदल डायवर्सन रोड की तरफ जाते देखकर कोतवाली पुलिस को सूचित किया, तो चित्रकूट एसडीओपी ने फौरन बरदाडीह चौक पहुंचकर उन्हें रोक लिया और कोतवाली ले गए।
सांसद और एसपी ने दिया आश्वासन —-
कोतवाली के सभागार में सांसद गणेश सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी और एसपी धर्मवीर सिंह ने आत्मदाह पर उतारू बस ऑपरेटर से लगभग 2 घंटे तक बातचीत कर सभी पहलुओं की जांच करते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। अंतत: शाम 4 बजे बस ऑपरेटर अपने बेटे के साथ मझगवां लौट गए।
बांदा से मंगवाई गई केस डायरी —-
इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बांदा के फतेहगंज थाने में दुर्घटना का अपराध दर्ज है, जबकि श्रीकृष्ण मिश्र घटना स्थल को बरौंधा क्षेत्र में बता रहे हैं। राजस्व अमले से मौका-मुआयना कराने पर भी बताई गई जगह सतना जिले में है, वहां पर सड़क के एक तरफ एमपी और दूसरी तरफ यूपी की सीमा लगती है। ऐसे में बांदा एसपी से चर्चा कर केस डायरी मंगवाई गई है, जिसका परीक्षण कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।