स्टेशन के सामने से हटाए लोगों को रास नहीं आ रही वैकल्पिक जगह
नागपुर स्टेशन के सामने से हटाए लोगों को रास नहीं आ रही वैकल्पिक जगह
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन के सामने पुल के नीचे बनाई गई दुकानों को हटाकर पुल तोड़ा जाना है। मनपा ने दुकानदारों से दुकान खाली करा रही है। उन्हें एमपी बस स्टैंड के सामने वाली खाली जगह शेड बनाकर स्थानांतरित किया जा रहा है। फिलहाल यह अस्थायी व्यवस्था है। भविष्य में मनपा, मेट्रो रेल ने स्थायी जगह पुनर्वसन करने का आश्वस्त किया है। दुकानदारों को अस्थायी व्यवस्था पर स्थानांतरित होना मंजूर नहीं है। स्थायी व्यवस्था करने की मांग को लेकर लगभग 60 दुकानदार कोर्ट पहुंचे हैं। 51 दुकानदारों ने वैकल्पिक जगह दुकान का कब्जा दिया गया, लेकन उन्हें यह जगह रास नहीं आ रही है। कब्जा दिए गए एक भी दुकानदार ने अभी तक नई जगह दुकान का स्थानांतरण नहीं किया है। 10 साल पहले 30 साल की लीज पर मिली : रेलवे स्टेशन के सामने पुल के नीचे बनाई गईं दुकानें 10 साल पहले दुकानदारों को 30 साल की लीज पर दी गई। उस समय 6 लाख रुपए में दुकानों का आवंटन किया गया। लीज अनुबंध के अनुसार 20 साल बाकी है। उससे पहले ही दुकानों को खाली कराया जा रहा है। एमपी बस स्टैंड के सामने वाली खाली जमीन पर शेड बनाकर दुकानों की अस्थायी व्यवस्था की गई है। रेलवे स्टेशन के आसपास जमीन उपलब्ध कर स्थायी दुकान बनाकर देने का नियोजन है।
जगह फिलहाल तय नहीं है। रेलवे स्टेशन के आसपास स्थायी दुकान बनाकर देने का आश्वासन दिया गया है। मौके की जगह से हटने के बाद कहां जगह दी जाएगी, यह तय नहीं रहने से दुकानदार दुविधा में है। इस बात को लेकर 35 दुकानदार हाईकोर्ट और 25 दुकानदार सेशन कोर्ट के शरण में चले गए। 33 दुकानदारों ने अपनी जमा रकम वापस लेना पसंद किया। जिन दुकानदारों ने वैकल्पिक जगह जाने की हामी भरी और नई जगह उपलब्ध किए शेड का कब्जा लिया है, उन्हें भी नई जगह रास नहीं आई। प्रशासन के दबाव में वैकल्पिक जगह जाने की रजामंदी तो दे दी, लेकिन अभी तक एक भी दुकानदार वहां स्थानांतरित नहीं हुआ।
दरअसल पुल के नीचे से हटाई जा रही दुकानों में ज्यादातर खानपान की दुकानें हैं। रेलवे स्टेशन से वैकल्पिक जगह का फासला ज्यादा रहने के कारण वहां व्यवसाय को प्रतिसाद मिलने की संभावना कम है। इसलिए दुकानदारों को वहां जाना पसंद नहीं आ रहा है।
मिलिंद मेश्राम, उपायुक्त, मनपा के मुताबिक 51 दुकानदारों को वैकल्पिक जगह दुकानों का कब्जा दिया गया है। मनपा सदन के निर्णय के अनुसार यह अस्थायी व्यवस्था की गई है। भविष्य में मनपा, मेट्रो रेल प्रशासन जिस जगह स्थायी व्यवस्था करेगा, वहां दुकान दी जाएगी। रेलवे स्टेशन के आसपास ही स्थायी दुकानें दी जाएंगी।