दहशत: पहले दूल्हा-दुल्हन का देखा परिचय पत्र, फिर लगाने दिए सात फेरे
दहशत: पहले दूल्हा-दुल्हन का देखा परिचय पत्र, फिर लगाने दिए सात फेरे
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते एहतियात और अनुशासन का बेहतर उदाहरण मंगलवार को चंदननगर स्थित पवार भवन में देखने को मिला। यहां अपनी आईडी यानी पहचान पत्र दिखाने पर ही प्रवेश दिया गया। घराती हो या बाराती सभी को आईडी कार्ड दिखाकर गेट पर अपना पंजीयन कराना पड़ा। यहां तक कि दूल्हा और दुल्हन को भी पहले गेट पर बैठे गार्ड के समक्ष उपस्थित होकर पंजीयन कराना पड़ा फिर बाद में विवाह की रस्में शुरू हो पाईं। इस तरह वर और वधु पक्ष के कुल 50 लोग ही समारोह में शरीक हो पाए। 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को जरूर छूट दी गई। प्रशासन ने शादी समारोह में अधिकतम 50 लोगों के शामिल होने की बंदिश लगा रखी है। अनुमति देने के बाद भी प्रशासन शादियों पर निगरानी कर रहा है।
मास्क पहनाकर लाए बाराती-
सिवनी के गुंदरई से आई बारात में दूल्हे आशीष सनोडिया ने सभी बारातियों को अपनी ओर से एन 95 मास्क पहनवाए उसके बाद बारात यहां पहुंची। यहां दुल्हन शिल्पा सनोडिया के पिता स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी ने भी कोरोना को देखते हुए मेहमानों की सीमा का न सिर्फ ध्यान रखा बल्कि एहतियात के सारे उपाए किए। हाथ धोने और सेनेटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था की।
सिर्फ 50 कुर्सियां ही रखीं-
इधर भवन में बरातियों और घरातियों के लिए 50 कुर्सियों से एक भी ज्यादा नहीं रखी गई। भवन का संचालन करने वाले पवार समाज संगठन के सचिव महेश डोंगरे ने बताया कि प्रशासन से ली गई अनुमति के अनुसार दोनों पक्षों के लोगों का पंजीयन किया गया। भोजन से पहले सभी के हाथ धुलाने और सेनेटाइजर की खास व्यवस्था की गई।
शादियों में कोरोना के खलल के दो उदाहरण-
1. रामबाग में शादी समारोह में करीब दो सौ लोग पाए गए थे। यहां एक संक्रमित पाए जाने पर घराती व बराती सभी को क्वारेंटाइन करना पड़ गया था।
2. केरल से आया एक शख्स हर्रई के शेल्टर होम से गुपचुप अपनी बहन की शादी में शामिल होने पहुंच गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर दूल्हा-दुल्हन समेत 37 को क्वारेंटाइन किया गया।