कचरे के ढेर में नवजात बालिका को छोड़ गई माता, उपचार के दौरान मौत
कचरे के ढेर में नवजात बालिका को छोड़ गई माता, उपचार के दौरान मौत
डिजिटल डेस्क,गोंदिया। सारा जग इस समय शक्ति की भक्ति में डूबा हुआ है । प्रतिदिन देवी के रूप में कन्याओं का पूजन कर पुण्यलाभ लेने का क्रम जारी है। इसी दौरान सड़क अर्जुनी तहसील अंतर्गत आनेवाले ग्राम पांढरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में कचरे के ढेर में एक नवजात बालिका को फेंककर अज्ञात कुमाता चली गई। जीवित अवस्था में नवजात बालिका के मिलने की खबर से परिसर में सनसनी मच गई। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 1 अक्तूबर को सुबह 6 बजे के दौरान पांढरी स्वास्थ्य केंद्र परिसर में कचरे के ढेर में एक नवजात बालिका पड़ी दिखाई दी। घटना की जानकारी क्षेत्र में फैलते ही नागरिक घटनास्थल पर पहुंच गए। घटना की जानकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्सकों को दी गई। जिन्होंने डुग्गीपार पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने सूचना मिलते ही तत्काल नवजात को उपचार हेतु जिला महिला अस्पताल गोंदिया में भर्ती कराया। किन्तु उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने संदिग्ध आरोपी महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि लावारिस अवस्था में पायी गई नवजात ने कुछ ही घंटे पूर्व जन्म लिया था।
जांच चल रही है
कचरे के ढेर में नवजात बालिका के बरामद होने के इस मामले में एक युवती को हिरासत में पूछताछ हेतु लिया गया है। नवजात की उपचार के दौरान जिला महिला अस्पताल गोंदिया में मृत्यु हो गई। इस मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी गई है। - विजय पवार, पुलिस निरीक्षक, डुग्गीपार
पिता को किया घायल
गोंदिया शहर पुलिस थानांतर्गत ग्राम रापेवाड़ा निवासी फरियादी गोसीराम रूदाजी बावने (50) ने आरोपी जो उसका बेटा ही है, से कहा कि तू शराब पीकर घर में आता है एवं कमाई के पैसे भी घर में नहीं देता, सब्जी-भाजी तक नहीं लाता एवं इसके बावजूद रुवाब झाड़ता है। जिस पर आरोपी ने फरियादी का गला दबाकर लकड़ी से उसके सिर एवं बाजू पर प्रहार कर उसे घायल कर दिया। य फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने भादंवि की धारा 324 के तहत मामला दर्ज किया है।