लापरवाही :मानसून सीजन के एक माह बाद भी चालू नहीं हो सका लमतरा ओवर ब्रिज
कटनी लापरवाही :मानसून सीजन के एक माह बाद भी चालू नहीं हो सका लमतरा ओवर ब्रिज
डिजिटल डेस्क, कटनी । लमतरा ओवर ब्रिज के मामले में एमपीआरडीसी विभाग जिला प्रशासन पर भारी पड़ गया। गर्मी के समय ही एडीएम ने इस संबंध में एक आदेश मध्यप्रदेश विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को दिया था कि बरसात के पहले पुल को चालू किया जाए। इसके बावजूद मानसून सीजन का एक माह गुजरने के बाद भी पुल में आवागमन शुरु नहीं हो सका है, जबकि दोनों तरफ एप्रोच मार्ग भी बन चुका है। जिससे वैकल्पिक मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल इस पुल में बर्बादी की कहानी निर्माण के समय ही विभाग और ठेका कंपनी के सांठगांठ से लिख दी गई थी। जिसका परिणाम रहा कि पुल बनकर तैयार हुआ और इसमें आवागमन भी शुरु हुआ। अगस्त 2020 की बारिश ने गुणवत्ता की पोल खोल कर रख दी। एप्रोच मार्ग के नीचे की मिट्टी बरसाती पानी में बह गई। जिसके बाद आवागमन रोकते हुए मरम्मत की गई। इसके बाद जुलाई 2021 में भी इसी तरह की कहानी यहां पर फिर से मिली। जांच, ड्राइंग, डिजाइन और निर्माण में एक वर्ष का समय लग गया।
मौके पर सुस्त गति से कार्य
गुरुवार को यहां पर सुस्त गति से निर्माण कार्य चल रहा था। एक तरफ पुल के ऊपर सेफ्टी वाल में लोहे की जाली का स्ट्रक्चर मजदूर बना रहे थे तो दूसरी तरफ सन्नाटा पसरा हुआ था। वर्तमान समय में जो वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है। बारिश से वह कीचड़ और गड्ढों से सराबोर है। ऐसे में वैकल्पिक मार्ग से निकलने वाले राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रेलवे का छोटा पुल जरुर आगे बना हुआ है, लेकिन इसमें भी वाहनों की आवाजाही से समय-समय पर जाम लगता है।
विभाग के इंजीनियर ही नहीं पहुंचे
मौके पर काम कर रहे ठेका कर्मचारियों से जब पुल निर्माण में लगने वाले समय को लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने इतना ही बताया कि अभी तो विभाग के इंजीनियर ही नहीं आए हैं। जो काम उन्हें दिया गया है, वे तेजी से कर रहे हैं। अगले एक सप्ताह में वे पूरा काम कर लेंगे, लेकिन चालू करने में अभी कितना समय लगेगा। इस संबध्ंा में विभाग के अधिकारी ही जानकारी दे सकते हैं।
मार्ग पर खर्च हुई थे 260 करोड़
कटनी से उमरिया मार्ग पर 260 करोड़ एमपीआरडीसी खर्च कर चुका है। इसके बावजूद पुल चालू नहीं है तो सीसी सडक़ में भी दरारें पड़ गई है। पैनल बदलने के नाम पर कुछ जगहों में ऊपर से डामर का लेप ही लगाया गया है। वर्तमान समय में डामर के लेप में भी दरारें दिखाई दे रही हैं। इस मार्ग में शहर के लोगों का भी आवागमन होता है। ऐसे में पुल और मार्ग में गुणवत्ता की अनदेखी को लेकर मार्ग में चलने वाले लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है।