नगवा को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा मिलने के आसार, केन्द्रीय पर्यटन मंत्री ने दिये संकेत
नगवा को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा मिलने के आसार, केन्द्रीय पर्यटन मंत्री ने दिये संकेत
निज संवाददाता, सिंगरौली (वैढन)। पहली, दूसरी ईस्वीं तक की प्रचीन धरोहरों का संजोये नगवा क्षेत्र में जहां भारतीय पुरातत्व विभाग का सर्वेक्षण चल रहा था। उस स्थल को जल्द ही राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा मिलने की सौगात मिल सकती है। यह संकेत खुद केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने दिया है। दरअसल, गत दिवस लोकसभा में सीधी-सिंगरौली सांसद रीती पाठक द्वारा संसदीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने से जुड़ा एक सवाल किया गया था। जिसके जवाब में केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री पटेल ने कहाकि सीधी-सिंगरौली क्षेत्र में भारतीय पुरात्तव विभाग का सर्वेक्षण चल रहा है और वहां जो भी चीजें सामने आयी हैं उसके अनुसार उस क्षेत्र में बहुत बड़ा पर्यटन स्थल बनने की संभावना है। श्री पटेल ने यह भी कहा है कि भारतीय पुरात्तव विभाग की रिपोर्ट के बाद मंत्रालय खुद इसकी पुष्टि करेगा। केन्द्रीय पर्यटन मंत्री द्वारा कही गई इन बातों से जाहिर है कि नगवा अब राष्ट्रीय धरोहर का पाने से ज्यादा दूर नहीं है और यह ऊर्जाधानी के लिये ऐसा पहला व ऐतिहासिक अवसर होगा।
राष्ट्रीय धरोहर से ये होगा फायदा
नगवा में भारतीय पुरातत्व के सर्वेक्षण स्थल को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा मिलने से वहां पर्यटन के मार्ग खुलेंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये वहां के लिये फंड मिलेगा। जिससे उस क्षेत्र को पर्यटन के अनुसार विकसित किया जाएगा। इसके यहां मिली प्राचीन मूर्तियों, कलाकृतियों और अन्य सभी धरोहरों को देखने के लिये स्थानीय ही नहीं देश-विदेश तक के पर्यटकों की आवाजाही शुरू होगी। जाहिर है इन हालात में इस पूरे क्षेत्र का भी कायाकल्प होगा और स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
माड़ा की प्राचीन धरोहरों को मिलेगी पहचान
अभी तक जिले में प्राचीन संस्कृति को सजोये स्थल में माड़ा क्षेत्र का ही नाम सामने आता रहा है। लेकिन इसके बाद भी इसे राष्ट्रीय स्तर पर कोई खास पहचान नहीं मिल पायी। इन हालात में जब नगवा में मिली प्राचीन धरोहर वाले स्थल को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा मिलना पूरे क्षेत्र के लिये किसी गौरव से कम नहीं होगा। उम्मीद तो यह भी जतायी जा रही है कि नगवा के चक्कर में माड़ा की प्रचीन धरोहरों को भी नई पहचान राष्ट्रीय स्तर पर मिल सकती है।
सी कटेगरी का मिल सकता है दर्जा
सूत्र बताते हैं कि नगवा को भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा मिलने के बाद फिलहाल कटेगरी सी में रखा जा सकता है। कटेगरी सी में पर्यटक को स्थल पर एन्ट्री करने के लिये कोई टिकट या पास नहीं लगाया जाता। ताकि, शुरूआती दौर में पर्यटक ऐसे स्थलों पर ज्यादा से ज्यादा आये। सूत्र यह भी बताते हैं कि सी कटेगरी में आवश्यकता के अनुसार सुरक्षा के इंतजाम भी किये जा सकते हैं।
प्रोजेक्ट बंद करने के बाद फिर से जगी उम्मीद
दरअसल, वर्ष 2018 में नगवा में शुरू हुये पुरातत्व विभाग के इस सर्वेक्षण प्रोजेक्ट को विभाग द्वारा ही कुछ माह पहले 11 जून 2019 में बंद करने का एक आदेश दिया गया था। जिसके बाद इसकी जानकारी केन्द्रीय पर्यटन को हुई थी और उन्होंने इस प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी ली। इसके बाद उनके निर्देश पर इस प्रोजेक्ट की जांच कराई गई। जिसके बाद अब इस प्रोजेक्ट के फिर से शुरू होने और इसे राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलने के आसार बन रहे हैं।