गंगा जमुनी तहजीब में दो साल बाद ऐतिहासिक ईदगाह पर मुस्लिम बंधुओं ने पढीं ईद की नमाज

बलिया गंगा जमुनी तहजीब में दो साल बाद ऐतिहासिक ईदगाह पर मुस्लिम बंधुओं ने पढीं ईद की नमाज

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-03 12:38 GMT
गंगा जमुनी तहजीब में दो साल बाद ऐतिहासिक ईदगाह पर मुस्लिम बंधुओं ने पढीं ईद की नमाज

डिजिटल डेस्क, बलिया । मंगलवार को जनपद सहित सभी तहसील क्षेत्र में धूम धाम से ईद मनाए जाने का एलान सोमवार को ही  कर दिया गया था। 
सोमवार रमजान का आखिरी दिन था। सोमवार से ही घरों में ईद की तैयारी शुरू हो गई थी। महिलाओं ने घरों में ईद के मौके पर बनाए जाने वाले तरह-तरह के पकवान की तैयारियां शुरू कर दी। सोमवार पूरे दिन बाजारों में भी रौनक देखने को मिली। रेडीमेड कपड़ों की दुकानों के साथ-साथ किराने और मेवे की दुकानों पर भी लोगों की काफी भीड़ रही। कोई सेवईं खरीद रहा था तो कोई कुर्ता-पजामा। चूड़ी, जूता, चप्पल की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ नजर आई।
 ईद की नमाज के दौरान  साथ ही ईदगाह की ओर जाने वाले रास्तों व गलियों से कोई छुट्टा पशु नमाज स्थल न पहुंच सके इसके लिए कुछ स्थानों पर बैरिकेडिंग भी लगाई गई ।
बताते चले कि  ईद के पवित्र त्यौहार मंगलवार को जनपद सहित तहसील क्षेत्र में यहां धूम-धाम से मनाया गया।  चारों तरफ सेवईंयों की खुशबू लोगों को अपनी ओर खिंच रही थी। 
रसडा  ऐतिहासिक ईदगाह में ईद की नमाज मौलाना सरवर कासिमी ने पढ़ायी। 
अपने तकरीर में मौलाना सरवर ने पैगम्बर मोहम्मद साहब के फरमानों का जिक्र करते हुए कहा कि हम सभी को मिलजूल कर एक रहने की हिदायत दी गई है। हमें आपसी भाईचारगी को कायम रखना चाहिए। 
नमाज के बाद मूल्क की सलामती व भाईचारगी की दुआ मांगी गई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

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