मालेगांव नाका से वाशिम नाका मार्ग को लेकर बैठा आंदोलन
रिसोड़ मालेगांव नाका से वाशिम नाका मार्ग को लेकर बैठा आंदोलन
डिजिटल डेस्क, रिसोड़. बारबार ज्ञापन सौंपकर, मौखित सूचना देकर तथा धरना आंदोलन व चक्काजाम आंदोलन करने के बावजुद मालेगांव नाका से वाशिम नाका मार्ग की ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा । इस कारण अब नागरिकों का रोष बढ़ता जा रही है । इसी के तहत जनआंदोलन कृति समिति की ओर से बुधवार 6 अप्रैल को स्थानीय मालेगांव नाके पर बैठा आंदोलन किया गया जिसके कारण दो घंटे तक उक्त मार्ग ठप रहा । पिछले अनेक वर्षो से मालेगांव नाका-वाशिम नाका मार्ग की हालत काफी बदतर हो चुकी है । इस मार्ग पर हादसों का सिलसिला जारी रहने के साथही नागरिकों को शारीरिक, मानसिक तथा आर्थिक परेशानी सहनी पड़ती है । दैनंदिन आवागमन के दौरान छोटी-बड़ी दुर्घटना होना आम बात हो गई है, लेकिन नए वाहनधारकों को इससे भारी दिक्कते हो रही है । लिखित आश्वासन देने के बावजूद इस मार्ग के कार्य की प्रत्यक्ष शुरुआत न होने से बुधवार को बैठा आंदोलन किया गया । इस दौरान परिविक्षाधीन भाप्रसे कुलदीप जंगम तथा रिसोड़ के स्वतंत्र प्रभारी तहसीलदार की मध्यस्थता से बैठा आंदोलन फिलहाल स्थगित किया गया लेकिन प्रशासन के न जागने पर और अधिक तीव्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी भी समिति की ओर से दी गई । बैठा आंदोलन में पूर्व सभापति विश्वनाथ सानप, पूर्व नगराध्यक्ष वसंतराव इरतकर, पूर्व नगरसेवक रमेश व्यास, देविदास नागरे, खुशाल पाटिल ढोणे, डा. अरुण देशमुख, जिला परिषद सदस्य ओंकार सुरकुटे, पंचायत समिति सदस्य संदीप धांडे, संजय इरतकर, शिवाजी देशमुख, वामन गाभणे, दिलीप भांदुर्गे, डा. गजानन सानप, नंदू घुगे, दिनकर बोडखे, पूर्व नगरसेवक सतीश इरतकर, डा. विलास ठाकरे, महादेवराव सानप, मोहम्मद अकबर सत्तार, बंडू ठोकरे, नारायणराव सानप, शाहबुद्धीन भाई, कैलास ठोकरे, उमेश सरनाईक, राहुल शेटाने, अक्षय सानप, पूर्व नगराध्यक्ष बाबुराव जुमडे, नूर खां पठान, श्रीकांत जाधव, अफज़ल भाई, मधुकर जाधव, अलिफ पठान आदि उपस्थित थे ।