सीमेंट बोरी में लपेटकर नवजात को मंदिर में छोड़कर फरार हुई कुमाता

सीमेंट बोरी में लपेटकर नवजात को मंदिर में छोड़कर फरार हुई कुमाता

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-24 08:15 GMT
सीमेंट बोरी में लपेटकर नवजात को मंदिर में छोड़कर फरार हुई कुमाता

डिजिटल डेस्क, देवरी (गोंदिया)। अज्ञात निर्दयी माता ने दो दिन के नवजात जीवित बालक को सीमेंट प्लास्टिक की बोरी में लपेटकर गजानन मंदिर परिसर में रख कर फरार हो गई। घटना सामने आते ही क्षेत्र में खलबली मच गई। यह घटना देवरी पुलिस थानांतर्गत ग्राम पंचायत डवकी के गजानन मंदिर परिसर में सामने आई है। नवजात को तत्काल ग्रामीण अस्पताल देवरी में उपचार हेतु भर्ती कर दिया गया है। इस संदर्भ में चर्चा चल रही है कि अनैतिक संबंधों के चलते इस नवजात का जन्म हुआ होगा। जिसे छुपाने के उद्देश्य से नवजात को फेंक दिया। इस संदर्भ में जानकारी दी गई कि देवरी पुलिस थानांतर्गत डवकी ग्राम के गजानन मंदिर के  समीप बच्चे की रोने की आवाज पड़ोसियों को सुनाई दी। आवाज सुनकर जब मंदिर परिसर में पहुंचे तो पड़ोसियों को सीमेंट की बोरी में लिपटा हुआ नवजात दिखाई दिया। घटना की जानकारी ग्राम के सरपंच उत्तमराव बावनकर व पुलिस पटेल अनिल वंजारी को दी गई। जानकारी मिलते ही वे घटनास्थल पर पहुंचे और बोरी को खोलकर देखा तो उसमें बालक था जो रो रहा था।

घटना की जानकारी देवरी पुलिस को दी गई और तत्काल नवजात को उपचार हेतु ग्रामीण अस्पताल देवरी में भर्ती किया गया। इस संदर्भ में अब क्षेत्र में चर्चा शुरू हो चुकी है कि किसी अज्ञात महिला या युवती ने अनैतिक संबंधों के चलते बच्चे को जन्म दिया होगा। इसलिए अज्ञात कुमाता ने पाप छुपाने के लिए नवजात को सीमेंट की बोरी में लपेटकर मंदिर परिसर में फेंक दिया। पुलिस ने इस संदर्भ में अज्ञात माता के खिलाफ अपराध क्र. 140 / 2019  की धारा 317  के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। 

बालिका का किया विनयभंग

दवनीवाड़ा पुलिस थानांतर्गत पिपरिया में 10 वर्षीय बालिका का ग्राम के ही युवक ने विनयभंग किया।  पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 354, 354 (ड) , भादंवि की सहायक धारा 8 / 12  लैंगिक अत्याचार बाल संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत मामला दर्ज किया है। बताया गया है कि पीड़ित बालिका अपने खेत में काम कर रही थी। इसी दौरान सूना मौका पाकर आरोपी ने उसका विनयभंग किया। 
 

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