घरों में जगह-जगह मिल रहा मच्छरों का लार्वा
घरों में जगह-जगह मिल रहा मच्छरों का लार्वा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक ओर जहां बारिश ने गर्मी से राहत दी, तो दूसरी ओर परेशानी भी बढ़ा दी है। बारिश का ताजा पानी लार्वा से मच्छर बनने के अनुकूल होता है। यही वजह है कि बारिश के मौसम मच्छरों का प्रकोप देखने को मिल रहा है। विशेष बात यह है कि गर्मियों में हिवताप और हत्तीरोग विभाग की टीम को कई घरों में लार्वा मिला है, जबकि उन्हीं घरों में पहले भी लार्वा मिला था और मनपा की टीम उसे नष्ट कर चुकी थी। ऐसे में जनता की जागरूकता के बिना कोई पर्याय नहीं दिखाई देता है।
आंकड़ों कुछ ,हकीकत कुछ
माना जाता है कि गर्मियों में डेंगू के मरीज सामने नहीं आते हैं, लेकिन इस साल जनवरी से जून माह तक 1 से 5 डेंगू के मरीज सामने आए। वहीं, वर्ष 2018 में जुलाई से दिसंबर तक 7 से 204 तक डेंगू के मरीज मिले।
एहतियात जरूरी
ऐसी स्थिति दोबारा न बने इसके लिए लोगों को अपने घरों में जमा होने वाले पानी को भरने से रोकना होगा। वहीं कूलर और छत पर रखे सामान में पानी को भरने न दें, क्योंकि सबसे अधिक लार्वा इन्हीं जगह मिलता है। छत पर भरने और बर्तन, टायर, कचरा में सबसे अधिक पानी जमा होता है।
आंकडे़ इस प्रकार मिले 2019 :
जनवरी - 1, फरवरी - 0, मार्च - 2, अप्रैल - 0, मई - 1, जून - 5
2018- जुलाई- 7, अगस्त - 69, सितंबर - 204, अक्टूबर - 179, नवंबर - 74, दिसंबर - 17
(लार्वा को नष्ट न करने पर जुलाई से डेंगू मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती है।)
ऐसा देखा गया है
- रेड जोन - जहां बड़ी संख्या में मिलता लार्वा
- लक्ष्मीनगर जोन - त्रिमूर्ति नगर
- धरमपेठ जोन - हजारी पहाड़, मानवसेवानगर, सीताबर्डी
- हनुमान नगर जोन - मानेवाड़ा
- धंतोली जोन - नरेन्द्र नगर, मनीष नगर
- नेहरू नगर जोन - वाठोड़ा, साईबाबा नगर, दिघोरी, डायमंड नगर, रमना मारोति
- गांधीबाग जोन - मोमिनपुरा, न्यू शुक्रवारी, महल, पुराना मंगलवारी, हज हाउस, किला रोड महल
- सतरंजीपुरा जोन - शांतिनगर, आनंद नगर
- लकड़गंज जोन - वर्धमान नगर, भवानी नगर, नेताजी नगर, सुभान नगर
- आशीनगर जोन - मानकापुर, शंभुनगर, झिंगाबाई टाकली, गिट्टीखदान, गोरेवाड़ा
स्टॉफ की स्थिति
फाइलेरिया विभाग में कुल 361 पद हैं, इसमें 237 भरे हुए हैं, जबकि 124 खाली हैं।
वहीं मलेरिया विभाग में 73 पदों में से 50 भरे हुए हैं और 23 पद खाली पड़े हुए हैं।
क्या है डेंगू
डेंगू दुनिया भर में पाया जाने वाला एक खतरनाक वायरल रोग है, जो संक्रमित मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। अकेला एक संक्रमित मच्छर ही अनेक लोगों को डेंगू रोग से ग्रसित कर सकता है।
मच्छरों को पैदा होने से रोकें
मच्छर स्वच्छ पानी में लार्वा छोड़ते हैं। यदि हमने घर में और आस-पास पानी जमा नहीं होने दिया, तो मच्छरों के लार्वा को रोका जा सकता है। आगाह करने के बाद भी कई बार फिर उसी घर में कूलर, छत, बर्तन, कबाड़ आदि में पानी जमा मिलता है, जिसमें लार्वा पड़ा रहता है। लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। गत दिन जागरूकता कार्यक्रम किए गए थे। विद्यालय, दफ्तर और अस्पतालों में फिर जागरूकता कार्यक्रम किए जाएंगे। -जयश्री थोटे, मलेरिया व मलेरिया अधिकारी, मनपा