बरौंधा से लापता नाबालिग हरियाणा में मिली
फोन कॉल आने के 15 मिनट में हो गई दस्तयाब बरौंधा से लापता नाबालिग हरियाणा में मिली
डिजिटल डेस्क, सतना। बरौंधा थाना क्षेत्र से 11 दिन पहले लापता हुई 15 वर्षीय नाबालिग को पुलिस ने हरियाणा के मानेसर कस्बे से दस्तयाब कर लिया है। टीआई राजेश पटेल ने बताया कि फूफा के घर पर रहकर पढ़ाई कर रही किशोरी को परिजनों ने किसी बात पर डांट लगा दी, जिससे नाराज होकर 20 मई की सुबह वह बिना बताए घर से निकल गई। बस के जरिए चित्रकूट पहुंचने के बाद कर्वी से ट्रेन में सवार होकर दिल्ली चली गई, जहां एक और लड़की से दोस्ती हो गई तो उसके साथ गुरूग्राम जिले के मानेसर पहुंच गई। इधर नाबालिग के गायब होने पर घर वालों ने थाने में शिकायत की, जिस पर धारा 363 का अपराध पंजीबद्ध कर तलाश शुरू कर दी गई। तमाम कोशिशों के बाद भी 9 दिन तक पुलिस हवा में ही हाथ-पैर मारती रही।
और ऐसे मिला सुराग-
अंतत: 10वें दिन (29 मई) लड़की ने सहेली के मोबाइल से पिता को फोन कर मानेसर में होने की खबर दी, तो उन्होंने फौरन पुलिस को सूचित कर दिया। मात्र 15 सेकंड की बातचीत से मिले सुराग को अहम कड़ी बनाते हुए पुलिस टीम ने साइबर सेल की मदद से लोकेशन निकाली और मानेसर पुलिस से सम्पर्क कर 15 मिनट के अंदर ही नाबालिग को दस्तयाब कर लिया। इसी के साथ एक टीम हरियाणा के लिए रवाना की गई, जो उसे लेकर 1 जून को वापस बरौंधा आ गई। यहां पर न्यायालय में बयान के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
उधर दो नाबालिगों का सुराग नहीं-
वहीं जैतवारा थाना क्षेत्र से तीन दिन पहले लापता हुई नाबालिग सगी बहनों का अब तक कोई पता नहीं चला है। पुलिस ने बताया कि 17 और 15 वर्ष की लड़कियां हमेशा की तरह सोमवार सुबह टहलने के लिए घर से निकली थीं, मगर वापस नहीं आईं। कई घंटों तक इंतजार करने के बाद परिजनों ने तलाश शुरू कर दी, मगर जब दोपहर तक कोई खबर नहीं मिली तो थाने पहुंच गए, जहां लिखित शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। बताया गया है कि नाबालिग लड़कियों ने 9वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी, बड़ी बहन ने घर से निकलते समय नीला जींस और लाल रंग का टॉप तो छोटी बहन ने काले रंग का जींस व ऑरेंज टॉप पहन रखा था।