बदहाल हो गया रामटेक का एकमात्र नेहरू मैदान
एसडीओ को सौंपा ज्ञापन बदहाल हो गया रामटेक का एकमात्र नेहरू मैदान
डिजिटल डेस्क, रामटेक. नगर का एकमात्र नेहरू खेल मैदान रखरखाव व अनदेखी के चलते खस्ताहाल हो चुका है। मैदान पर जगह-जगह गड्ढे बन जाने से किसी भी मैदान खेल के लिए इसका उपयोग कर पाना मुश्किल हो गया है। खस्ताहाल हो चुके नेहरू मैदान की दशा सुधारने की मांग को लेकर रजत गजभिये सहित खिलाड़ियों ने उपविभागीय राजस्व अधिकारी वंदना सवरंगपते से मुलाकात की। साथ ही विस्तारपूर्वक चर्चा कर मैदान को शीघ्र खेलने योग्य बनाने का निवेदन सौंपा गया। बताया गया कि नेहरू मैदान में कुछ माह पूर्व नगर परिषद के माध्यम से लाखों रुपए खर्च कर मैदान पर मुरुम, मिट्टी की सहायता से समतल किया गया था। काम अत्यंत घटिया स्तर और ग्राउंड लेवल समतल नहीं होने से बड़े-बड़े गड्ढे बन कर पूरा मैदान क्षतिग्रस्त हो गया। नतीजमन रामटेक व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ी यहां किसी भी प्रकार का खेल नहीं खेल सकते और न ही कोई स्पर्धाओं का आयोजन हो पाया। गड्ढों के कारण मैदान पर चलना भी दूभर हो गया है। रोजाना यहां खिलाड़ी क्रिकेट, वॉलीबाल, दौड़ का अभ्यास करते हैं, लेकिन गड्ढों के कारण प्रैक्टिस नहीं हो पा रही है। मैदान के रखरखाव को लेकर नप प्रशासन द्वारा लाखों रुपए खर्च किए गए, लेकिन कार्य की गुणवत्ता के अभाव में खेल का मैदान खस्ताहाल हो गया। कुछ खिलाड़ियों ने मैदान पर वाइब्रेटर और रोलर मशीन चलाकर गड्ढों को स्थाई रूप से भरने की मांग की हैं। निवेदन सौंपते समय रजत गजभिए, प्रवीण मानपुरे, ललित भागलकर, अमित आकरे, रूपेश महाजन, राकेश नारनवरे, शुभम जायसवाल, मनोज बागड़े, राहुल कामडे, प्रथम बीसमोगरे, रितेश चुन्ने, संजय इड़पाची आदि मौजूद थे।