मंडी निरीक्षक हुआ ट्रेप, व्यापारी से मांगी थी 7 हजार रू. की रिश्वत

मंडी निरीक्षक हुआ ट्रेप, व्यापारी से मांगी थी 7 हजार रू. की रिश्वत

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-01 13:28 GMT
मंडी निरीक्षक हुआ ट्रेप, व्यापारी से मांगी थी 7 हजार रू. की रिश्वत

डिजिटल डेस्क, बालाघाट। तीन वर्ष की असेसमेंट रिपोर्ट बनाने व्यापारी से रिश्वत मांग रहे मंडी निरीक्षक प्रदीप उरोडे को आज दोपहर 1 बजे जबलपुर लोकायुक्त टीम ने 7 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए धर दबोचा।  क्लर्क से मंडी निरीक्षक बने प्रदीप उरोडे की हर काम में रिश्वत लेने की आदत थी और अपनी इसी आदत के चलते लालबर्रा के व्यापारी संजय अग्रवाल से उसने  वर्ष, वर्ष 2016-17, वर्ष 2017-18 एवं वर्ष 2018-19 का असेसमेंट बनाने के एवज में 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी। दो वर्ष बीमार होने के कारण व्यापारी संजय अग्रवाल अपनी असेसमेंट नहीं बना सके थे। इस बार असेसमेंट बनाने के लिए व्यापारी संजय अग्रवाल ने मंडी निरीक्षक प्रदीप उरोडे से संपर्क किया तो उससे 10 हजार रूपये की मांग की गई , जिसमें मोलभाव के बाद मंडी निरीक्षक ने संजय अग्रवाल को 7 हजार रूपये लेकर आज बालाघाट में एलआईसी कार्यालय के सामने बुलाया था। जैसे ही उन्होंने कार्यालय के सामने मंडी निरीक्षक को रिश्वत की रकम 7 हजार रूपये दी, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने उसे धर दबोचा।

मिली जानकारी के अनुसार लोकायुक्त पुलिस ने नगर के सरस्वती नगर स्थित उसके आवास में भी छानबीन की है। जहां से भी लोकायुक्त पुलिस को उसके बारे में कई और जानकारी मिलने की बात कही जा रही है। हालांकि लोकायुक्त पुलिस ने अभी इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है।आज जबलपुर लोकायुक्त पुलिस द्वारा रिश्वतखोर प्रदीप उरोडे को रंगेहाथ गिरफ्तार करने में उपपुलिस अधीक्षक दिलीप झरबड़े, निरीक्षक कमलसिंह उईके, आरक्षक अतुल श्रीवास्तव, जुवेद खान, सोनु चौकसे, शरद पांडे और आरक्षक चालक राकेश विश्वकर्मा की भूमिका सराहनीय रही।

इनका कहना है

शिकायतकर्ता संजय अग्रवाल से उन्हें मंडी निरीक्षक द्वारा 7 हजार रूपये रिश्वत मांगने की शिकायत की गई थी। जिस पर आज लोकायुक्त पुलिस ने मंडी निरीक्षक को 7 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए एलआईसी कार्यालय के सामने से रंगेहाथ पकड़ा है। जिसके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। दिलीप झरबड़े, उप पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त पुलिस, जबलपुर
 

Tags:    

Similar News