केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए महाराष्ट्र सरकार देगी 20 करोड़, कई सामाजिक संगठन आए आगे

केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए महाराष्ट्र सरकार देगी 20 करोड़, कई सामाजिक संगठन आए आगे

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-18 11:52 GMT
केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए महाराष्ट्र सरकार देगी 20 करोड़, कई सामाजिक संगठन आए आगे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केरल में भारी बरसात से आई भीषण बाढ़ से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार 20 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह एेलान किया। साथ ही राज्य सरकार केरल के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अनाज सहित अन्य जरूरी चीजें भी भेजेगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के सभी घटकों को संकट की इस घड़ी में केरलवासियों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शुक्रवार से ही विभिन्न सामाजिक व स्वमसेवी संगठनों के सम्पर्क में है। उनके साथ मिल कर राज्य सरकार केरल के बाढ़ प्रभावितों के लिए अनाज सहित अन्य आवश्यक चीज भेजना चाहती है। केरल में पिछले कुछ समय से हो रही भारी बरसात से कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं, लोगों के घरों में पानी भरा हुआ है। बाढ़ प्रभावितों के लिए पूरे देश से मदद मिल रही है। इस कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने भी 20 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। राज्य सरकार केरल सरकार के सम्पर्क में है। केरल में आई बाढ़ को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री सचिवालय ने मंत्रालय में महाराष्ट्र के आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। एक विशेष टीम का गठन कर केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए समन्वय आदि की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

महाराष्ट्र से भेजा जाएगा 11 टन अनाज 
केरल बाढ़ पीड़ितों को अनाज की जरूरत को देखते हुए राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के विभिन्नि सामाजिक व स्वमसेवी संगठनों और व्यवसायिक संस्थाओं के साथ समन्वय कर अनाज आपूर्ति की व्यवस्था की है। एमसीएचआय – क्रेडाई की तरफ से डेढ़ करोड़ रुपए का अनाज उपलब्ध कराया गया है। राजस्थान वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा 51 लाख और जितो इंटरनेशनल संस्था द्वारा 51 रुपए की मदद घोषित की गई है। अभी तक 11 टन अनाज उपलब्ध कराया गया है। जिसमें से 6 टन अनाज शनिवार की शाम केरल रवाना कर दिया गया।  

कांग्रेस ने लिया श्रेय
इसके पहले प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत और विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने मुख्यमंत्री को ट्विट कर केरल सरकार की मदद किए जाने की मांग की थी। सावंत ने महाराष्ट्र की परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा था कि जब कभी देश के किसी हिस्से में आपदा की स्थिति पैदा हुई, महाराष्ट्र सरकार ने मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं। राज्य सरकार द्वारा केरल सरकार के लिए मदद की घोषणा के बाद सावंत ने कहा कि यह हमारी मांग के चलते संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि देर आए दुरुस्त आए। 

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