अंक अधिक पाए पर सत्ता गंवाई, जिला परिषद चुनाव में भाजपा लड़खड़ाई

अंक अधिक पाए पर सत्ता गंवाई, जिला परिषद चुनाव में भाजपा लड़खड़ाई

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-09 10:25 GMT
अंक अधिक पाए पर सत्ता गंवाई, जिला परिषद चुनाव में भाजपा लड़खड़ाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा में सदस्याें की संख्या सबसे अधिक पाकर भी सत्ता से दूर हुई भाजपा को जिला परिषद में भी झटका लगा है। राज्य में 6 जिला परिषद के लिए हुए चुनाव के परिणाम बुधवार को घोषित हुए। भाजपा ने सबसे अधिक अंक तो पाए हैं लेकिन उसके हाथ में केवल एक जिला परिषद की सत्ता आयी है।  कांग्रेस ने एकाएक उछाल पायी है। कांग्रेस में गुटबाजी जमकर है। सत्ता में दूर रहते हुए भी उसने ऐसा कोई काम नहीं किया है जो उसकी लोकप्रियता का कारण बने। फिर भी कांग्रेस को मिली बढ़त पर भाजपा के रणनीतिकार मंथन कर रहे हैं। भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के एक प्रमुख पदाधिकारी के अनुसार सोमवार को इस विषय पर मंथन बैठक होनेवाली है। जिला स्तर से पार्टी की स्थिति की जानकार एकत्र की जा रही है।

गौरतलब है कि राज्य में 6 जिला परिषद के लिए हुए चुनाव में 332 में से 106 सर्कल में भाजपा पहले स्थान पर रही है। पंचायत समिति की 664 में से 194 सीटों पर भाजपा पहले स्थान पर रही है। विदर्भ, कोंकण व उत्तर महाराष्ट्र की 6 जिला परिषद के लिए चुनाव हुए थे। भाजपा के बाद कांग्रेस दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस ने 70 सीट जीती है। राकांपा को 46 , शिवसेना 49 सीट पर आगे रही है। पंचायत समिति की 145 सीटें कांग्रेस ने जीती है। शिवसेना ने 117 व राकांपा ने 80 सीट जीती है। भाजपा के हिस्से में केवल धुले जिला परिषद आयी है। धुले जिला परिषद के लिए 56 में से 39 सीट जीतकर भाजपा ने बहुमत पाया है। नंदूरबार जिप में 56 में से 26 सीट जीतकर दूसरे स्थान पर है।

नागपुर की पराजय बड़ा झटका
भाजपा के लिए नागपुर की पराजय बड़ा झटका है। यहां कांग्रेस ने स्पष्ट बहुमत पाया है। राकांपा को भी बढ़त मिली है। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के मूल गांव धापेवाडा, दत्तक गांव पाचगांव, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दत्तक गांव फेटरी, पूर्व पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के गृहनगर कोराडी में भाजपा की पराजय हुई है। इस चुनाव में भाजपा के इन प्रमुख नेताओं ने ताकत झोंकी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने भी फीडबैक दिया था। ऐसे में चूक कहां हुई इस विषय पर भाजपा में चर्चा चल रही है।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के गृहजिले कोल्हापुर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे के जिले जालना व पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे के जिले बीड में भी भाजपा सफल नहीं हाे पायी।

 

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