महिला क्रिकेट टीम में भरोसेमंद विकेटकीपर की लिस्ट में नुजहत
महिला क्रिकेट टीम में भरोसेमंद विकेटकीपर की लिस्ट में नुजहत
वूमेंस टी-20 चैलेंज क्रिकेट प्रतियोगिता में विजेता टीम का हिस्सा थीं सिंगरौली की बेटी
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। सिंगरौली की रहने वाली नुजहत परवीन अपनी असाधारण काबिलियत की बदौलत भारतीय महिला क्रिकेट टीम की भरोसेमंद विकेटकीपर्स की सूची में जगह बना चुकी हैं। नुजहत बीते नवंबर माह में बीसीसीआई द्वारा यूएई में आयोजित वूमेंस टी-20 चैलेंज क्रिकेट प्रतियोगिता में भी विजेता टीम ट्रेलब्लेजर्स का अहम हिस्सा रही थीं। उन्हें स्मृति मंधाना की कप्तानी वाली इस टीम में बतौर विकेटकीपर शामिल किया गया था। अपने कौशल और लगन की बदौलत वे कोरोनाकाल में भी वैश्विक महामारी को मात देते हुए मैदान में छाई रहीं। घरेलू मैचों में भी नुजहत का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। वे वर्ष 2019 में घरेलू टी-20 टूर्नामेंट में हाई स्कोरर रही हैं। इससे पहले आला दर्जे के प्रदर्शन की बदौलत नुजहत को भारतीय रेलवे में नौकरी भी मिली। मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर सिंगरौली से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहचान बनाने वाली नुजहत अब युवा क्रिकेटर्स की आइडल बन चुकी हैं।नुजहत के पिता मसीह आलम नॉर्दन कोलफील्ड्स लिमिटेड के जयंत प्रोजेक्ट में बतौर मशीन ऑपरेटर कार्यरत हैं जबकि मां गृहणी हैं। दो भाइयों और तीन बहनों के बीच नुजहत तीसरे नंबर की हैं। परिवार मध्यमवर्गीय होने से उनके पिता का मुख्य फोकस नौकरी और परिजन की जरूरतों को पूरा करने में रहा। मसीह आलम को शुरुआत में यह एहसास तक नहीं था कि कभी दुनिया उन्हें उनकी बेटी की वजह से पहचानेगी लेकिन आज उन्हें ही नहीं, पूरे सिंगरौली को इस बेटी पर नाज है।
संघर्ष से घबराईं नहीं, हिम्मत को बनाया हथियार -- नुजहत की बचपन से ही खेलकूद में दिलचस्पी रही। शुरुआत में स्कूली जीवन में एथलेटिक्स में हुनर दिखाए, फिर फुटबॉलर बनीं। एक तो लड़की, दूसरे मुस्लिम परिवार से होने के कारण उन्हें स्पोट्र्स में खुद को साबित करने के लिए कदम-कदम पर संघर्ष भी करना पड़ा। लेकिन माता-पिता और बड़े भाई ने हौसला बढ़ाया, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दोनों खेल में राज्य स्तर तक अपनी छाप छोड़ी। किस्मत क्रिकेट में थी और हौसले बुलंद तो उन्हें डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन की टीम में मौका मिल गया। इसके बाद वे कभी पीछे नहीं पलटीं। संघर्ष को ही अपना हथियार बनाकर आगे बढ़ती गईं और मध्य क्षेत्र के बाद रेलवे की राष्ट्रीय टीम तक पहुंचीं। इसके बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम तक का सफर तय किया।
ऐसा रहा क्रिकेट का सफर- - - नुजहत बतौर विकेटकीपर वर्ष 2016 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 टूर्नामेंट में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा रहीं। टूर्नामेंट में उन्हें बैटिंग के जौहर दिखाने के कोई खास अवसर तो नहीं मिले लेकिन विकेटकीपिंग में नुजहत ने विरोधी टीम की प्रमुख बल्लेबाज कूपर को स्टंप्ड कर अपने अंतरराष्ट्रीय कॅरिअर का पहला शिकार बनाया था। तब से लेकर अभी तक नुजहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े टूर्नामेंट खेल चुकी हैं। 2017 में उनका वल्र्ड कप के लिए भी चयन हुआ था। बतौर विकेटकीपर वे टीम के लिए किफायती साबित हो रही है शायद इसीलिए चयनकर्ताओं की पैनी नजर उन पर है।