खूंखार तेंदूआ को पछाड़ दिया 15 साल के बच्चे ने,जंगल में चरा रहा था बकरी
खूंखार तेंदूआ को पछाड़ दिया 15 साल के बच्चे ने,जंगल में चरा रहा था बकरी
डिजिटल डेस्क, टिकुरहा। जंगल में बकरी चरा रहे एक 15 साल के चरवाहे पर खूंखार तेंदूआ ने हमला कर दिया । बच्चे ने अपनी जान बचाने पूरा जोर लगाया और तेंदुआ को पछाड़ कर उसे भागने पर विवश कर दिया ।
ये है घटना
पन्ना जिले के उत्तर वन मंडल अंतर्गत धरमपुर वन परिक्षेत्र के कुड़रा काफी घना जंगल है। धरमपुर थाना क्षेत्र के कुड़रा ग्राम निवासी रामेश्वर लोध का 15 वर्षीय पुत्र सुरेश आज सुबह 6 बजे प्रतिदिन की तरह अपनी दादी के साथ कुड़रा के जंगल में बकरी चराने गया था। इसी दौरान सुबह लगभग 10:30 बजे झाड़ियों में छिपे एक तेंदूएं ने उस पर अचानक हमला कर दिया तथा उसका सिर अपने जबड़ो में दबा लिया। अचानक मौत को सामने देख बहादुर बालक ने बिना घबराये अपने दोनो हाथो से पूरा जोर लगा कर तेंदूएं को दूर फेक दिया किंतु तेंदूएं ने दोबारा पलट कर उसका दाहिना हाथ अपने मुंह में दबा लिया। लहूलूहान बालक ने फिर भी हिम्मत नही हारी और अपना दाहिना पैर पूरी ताकत से तेंदूएं के मुंह में घुसेर दिया। अंतत: बहादुर बालक की हिम्मत के आगे खूंखार तेंदूआं घबरा कर जंगल की ओर भाग गया। तब तक बालक के सिर, चेहरे, दाहिने हाथ व दाहिने पैर में कई जगह तेंदूएं के दांत गड़ने से वह लहूलूहान होकर वहीं गिर गया। उसके साथ गई दादी ने जैसे ही रामेश्वर को घायल देखा तुरंत जोर की आवाज लगाई जिससे आसपास के अन्य चरवाहे एकत्र हो गए।
तुरंत लेकर आए अस्पताल
सूचना पाते ही आनन-फानन में परिजन जंगल से उसे लेकर घर आये तथा धरमपुर थाना पुलिस के अलावा वन विभाग को भी घटना की तत्काल सूचना दी । घायल बालक को वन विभाग के वाहन द्वारा अजयगढ़ अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉ.उमाशंकर पटेल ने प्रारंभिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय पन्ना के लिये रिफर कर दिया गया। इस दौरान धरमपुर रेंजर बी.के.विश्वकर्मा, डिप्टी रेंजर शेख महबूब व बाबूलाल अहिरवार, बीट गार्ड शिवप्रकाश गुप्ता के साथ अजयगढ़ अस्पताल पहुंचे तथा घायल बालक के उपचारार्थ एक हजार रूपये की नगद राशि तत्कालीक सहायता के रूप में प्रदान की गयी तथा वन विभाग द्वारा आगे भी बालक के उपचार का पूरा खर्च वहन करने की बात कही है। इस बहादुर बालक के साहसिक मुकाबले की चर्चा पूरे क्षेत्र में चल रही है तथा उसके अदम्य साहस की लोगो द्वारा भूर्रि-भूर्रि प्रशंसा की ।