पुणे में ट्रैफिक सुचारू करने के लिए विधायक उतरे सड़क पर
पुणे में ट्रैफिक सुचारू करने के लिए विधायक उतरे सड़क पर
डिजिटल डेस्क, पुणे। पुणे-नाशिक महामार्ग पर चाकण परिसर में ठप हुए यातायात को सुचारू करने के लिए शनिवार की दोपहर विधायक सुरेश गोरे खुद सड़क पर उतरे। साथ ही अवैध रूप से यातायात करनेवाले रिक्शा चालकों को फटकारा।
उल्लेखनीय है कि पुणे-नाशिक महामार्ग पर चाकण परिसर में हर रोज नागरिकों को यातायात ठप होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। शनिवार की दोपहर शिवसेना के खेड़ के विधायक गोरे ने अचानक चाकण परिसर जाकर स्थिति का जायजा लिया। गोरे जब गए तब परिसर में यातायात काफी जाम लग गया था। यह देख गोरे अपने कार्यकर्ताओं समेत खुद सड़क पर उतरे और यातायात सुचारू करने लगे। उस समय उनका ध्यान अवैध रूप से यातायात करनेवाले रिक्शा चालकों पर गया। गोरे ने उन्हें भी फटकार लगाई। इस समय गोरे ने कहा कि इस परिसर में जारी अवैध यातायात बंद होनी चाहिए। अवैध यातायात के कारण ही यातायात समस्या गंभीर होती जा रही है। बार - बार मांग करने के बावजूद भी पुलिस कुछ कार्रवाई नहीं कर रही है। कंपनी के भारी वाहन, कंटेनर, ट्रेलर बड़े पैमाने पर आते जाते रहते हैं। कुछ समय तक उनकी यातायात रोकी गई तो समस्या कुछ हद तक सुलझ सकती है।
डंपर की टक्कर से महिला की मौत, 1 घायल
पति के साथ दुपहिया से निकली महिला को तेज रफ्तार से आए डंपर की जोरदार टक्कर लग गई जिसमें गंभीर रूप से घायल महिला की मौत हो गईं। यह दुर्घटना शनिवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे कोंढवा परिसर में हुई। पुलिस ने बताया कि नसरीन जाफर सैयद (50) की मौत हो गई हैं। उनके पति सैयद जाफर (58) घायल हुए हैं। घटना को लेकर कोंढवा पुलिस थाने में डंपर चालक पर मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार सैयद दंपति शनिवार की सुबह दुपहिया से कोंढवा मुख्य मार्ग से निकले थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे शिवनेरीनगर के पास तेज रफ्तार से आए डंपर की पीछे से टक्कर दुपहिया को लग गई। टक्कर लगने से नसरीन की डंपर के पहियों के नीचे कुचलकर मौत हो गईं वहीं सैयद घायल हो गए। घटना के बाद डंपर चालक भाग गया। डंपर के आगे नंबर प्लेट नहीं होने की जानकारी सामने आई है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कर्मी घटनास्थल पहुंचे। पुलिस ने 108 नंबर से एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस आने के बाद डॉक्टर ने नसरीन की जांच कर उन्हें मृत घोषित किया। उसके बाद पुलिस ने नसरीन का शव ससुन अस्पताल ले जाने के लिए कहा। उस समय चालक ने कहा कि हम मृतक का शव नहीं लेकर जाते। दूसरी एंबुलेंस बुलाई जाए। इस बात को लेकर पुलिस और चालक में विवाद हुआ। कुछ देर बाद दूसरी एंबुलेंस से नसरीन का शव ले जाया गया।