जिले के 18 हज़ार से अधिक अपराधियों की कुंडली तैयार
कड़ाई जिले के 18 हज़ार से अधिक अपराधियों की कुंडली तैयार
डिजिटल डेस्क, वाशिम। जिला पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह के निर्देश पर शरीर और सम्पत्ति से सम्बंधित अपराधों को प्रतिबंधित करने और वाशिम जिले के बदमाशों की नकेल कसने हेतु विविध उपाययोजनाओं पर अमल करने और अधिकाधिक प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने को लेकर सभी थानेदारों को आदेशित किया गया है । जिले में घटनेवाली चोरी, लूट, ड़कैती जैसी गंभीर घटनाओं को प्रतिबंधित कर वांछित अपराधियों की गतिविधियों पर नियंत्रण रखने के लिए जिले में प्रत्येक पुलिस स्टेशन स्तर पर नए से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई सेल की स्थापना की गई है । अपराधियों को प्रभावशाली ढंग से प्रतिबंधित करने हेतु अपराधों पर नज़र रखने के लिए वाशिम जिला निर्माण से वांछित अपराधियों की पुलिस स्टेशन निहाय सूचियां तैयार की गई है, जिसमें कुल 18 हज़ार 456 आरोपियों के नाम दर्ज है तथा 2 से अधिक अपराध दर्ज रहनेवाले 787 अपराधियों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान रखने और अधिक प्रभावशाली ढंग से प्रतिबंधित करने हेतु जिले के 13 पुलिस स्टेशनों में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई सेल की स्थापना की गई है । सम्बंधित पुलिस स्टेशन प्रभारी अधिकारियों को उनके क्षेत्र के वांछित अपराधियों पर ध्यान रखकर उन्हें प्रतिबंधित करते हुए अपराधों पर अंकुश लगाने की जवाबदारी दी गई है । इसका नियमित जायज़ा जिला पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह मासिक अपराध समीक्षा बैठक के दौरान लेते है ।
साथही स्थानीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 1 केंद्रीकृत पथक तैयार किया गया है, जिसके द्वारा वांछित अपराधियों के विरुध्द उनके अपराधि के स्वरुप को देखते हुए फौजदारी प्रक्रिया संहिता, महाराष्ट्र पुलिस कानून, महाराष्ट्र शराब बंदी कानून, महाराष्ट्र झोपडपट्टी दादा कानून आदि कानूनों के तहत प्रभावशाली प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएंगी । 1 अक्टूबर 2021 से जिले के वांछित अपराधियों पर धारा 107 सिआरपीसी के तहत 366, धारा 110 सिआरपीसी के अनुसार 163, एमपीडीए कानून के अंतर्गत 5, मोक्का कानून के तहत 1 व 55 (ब) मुपोका में 3 प्रकरणाें में 16 आरोपियों पर तडीपारी की कार्रवाई इस प्रकार कुल 539 प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयां की गई । जिला पुलिस कप्तान बच्चन सिंह ने जनता से आव्हान किया है की वे गुंडा प्रवृत्ति के लोगों से बिना घबराएं आगे आकर उनके खिलाफ शिकायत करें, जिससे ऐसे गुंडा प्रवृत्ति के लोगों पर अंकुश लगाकर अपराध भी प्रतिबंधित किया जा सकेंगा ।