खण्डवा: आयुष्मान योजना की मदद से भागवती को आँखों की रोशनी वापस मिली
खण्डवा: आयुष्मान योजना की मदद से भागवती को आँखों की रोशनी वापस मिली
डिजिटल डेस्क, खण्डवा। खण्डवा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत अमोदा निवासी श्रीमती भागवती बाई को पिछले कई महीनों से देखने में दिक्कत आ रही थी। उन्हें सबकुछ धुंधला दिखाई देता था। खण्डवा में आँखों के डॉक्टर को दिखाया तो उसने बताया कि मोतियाबिंद के कारण आँखों में जाला बन गया है, जिसके कारण धुंधला दिखाई देता है। आयुष्मान भारत योजना के तहत आँखों का ऑपरेशन मुफ्त में होने से अब भागवती बाई की ऑंखों की रोशनी वापस आ गई है और वह बहुत खुश है। भागवती बाई ने बताया कि उसने ऑंखों के डॉक्टर से चेकअप कराया तो डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए लगभग 15-20 हजार रूपये का खर्चा बताया। उसके पास इतने रूपये नहीं थे इसलिए कम दिखने के बावजूद वह बिना ऑपरेशन के ही घर के सभी काम करती, जिसमें उसे काफी परेशानी होती थी। दिनों दिन बीमारी बढ़ रही थी और नजर कमजोर होती जा रही थी। भागवती बाई का बेटा कल्याण सोलंकी पढ़ा लिखा था। अपने परिवार की आर्थिक स्थिति भी उसे मालूम थी, लेकिन माँ की आँखों की चिंता भी उसे दिन रात खाये जा रही थी। तभी एक दिन उसने गांव में सुना की आयुष्मान भारत योजना में 5 लाख रूपये तक का इलाज जाने माने अस्पतालों में मुफ्त में हो जाता है। कल्याण पूछते पूछते गांव के कॉमन सर्विस सेंटर पहुंच गया तो वहां उसे मालूम चला कि आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड गांव में ही बनाए जा रहे है। उसने भी अपने परिवार का नाम इस योजना की सूची में खोजा तो मिल गया। बस फिर क्या था, उसकी खुशी का ठिकाना न रहा, क्योंकि अब उसे माँ की आँखों की रोशनी वापस दिलाने का आसान रास्ता जो मिल गया था। कल्याण ने अपने परिवार का गोल्डन कार्ड उसी दिन बनाया और कॉमन सर्विस सेंटर पर भी अस्पतालों की सूची देखी, तो इंदौर का चौइथराम नेत्रालय उसे ठीक लगा। कुछ ही दिनों में कल्याण अपनी माता भागवती बाई और पिता जसवंत को लेकर इंदौर गया और चौइथराम नेत्रालय में माँ की आँखों के ऑपरेशन के बारे में पूछताछ की और अपना गोल्डन कार्ड दिखाया। अस्पताल में रिसेप्शन पर ही गोल्डन कार्ड देखकर उसे बता दिया गया कि आँखों का ऑपरेशन मुफ्त में हो जायेगा। बस फिर क्या था, कल्याण ने अपनी माँ को भर्ती करा दिया। अगले दो-तीन दिन में ही ऑपरेशन का नम्बर आ गया और डॉक्टर्स ने ऑपरेशन सफलता पूर्वक सम्पन्न किया। अब भागवती बाई को सब कुछ बेहतर दिखने लगा है। भागवती बाई कहती है कि उसने तो उम्मीद ही छोड़ दी थी कि वह कभी दुनिया को फिर से साफ साफ देख पायेगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त ऑपरेशन होने से भागवती बाई की बहुत बड़ी समस्या हल हो गई है। अब वह बहुत खुश है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोशन कुमार सिंह ने बताया कि जिले में कॉमन सर्विस सेंटर्स व लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से आयुष्मान भारत योजना के कार्ड गांव गांव में तैयार किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि जिले में इस योजना के तहत अभी तक 2.65 लाख ई-कार्ड तैयार किए जा चुके है।