कानपुर एनकाउंटर: विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर साधा निशाना, राहुल बोले- पुलिस सुरक्षित नहीं, तो जनता कैसे होगी?
कानपुर एनकाउंटर: विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर साधा निशाना, राहुल बोले- पुलिस सुरक्षित नहीं, तो जनता कैसे होगी?
- बदमाशों की गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मियों ने गंवाई जान
- राहुल गांधी
- प्रियंका
- मायावती और अखिलेश ने साधा निशाना
- हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर फायरिंग
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बदमाशों के साथ हुई गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मियों की जान चली गई। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। सभी ने इस केस में सख्त कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर शहीदों के परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं कीं और राज्य की बीजेपी सरकार को घेरते हुए कहा, यह घटना गुंडाराज का प्रमाण है। जब पुलिस सुरक्षित नहीं, तो जनता कैसे होगी।
यू.पी. में गुंडाराज का एक और प्रमाण। जब पुलिस सुरक्षित नहीं, तो जनता कैसे होगी?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 3, 2020
मेरी शोक संवेदनाएँ मारे गए वीर शहीदों के परिवारजनों के साथ हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।https://t.co/jTptULhObH
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर के माध्यम से लिखा है, यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं।आमजन से लेकर पुलिस तक असुरक्षित है। कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
...आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 3, 2020
कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए। 2/2
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा है, कानपुर की घटना दु:खद और शर्मनाक। यूपी सरकार को कानून-व्यवस्था के मामले में और अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है। इस घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे।
2. इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की यह मांग है। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 3, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है, उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का खामियाजा पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा।
अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।
कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2020
उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है.
अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए.
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा, यूपी की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है। इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा, वहीं पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा। सरकार तुरंत मुआवजा घोषित करें व परिजनों को हर संभव संरक्षण दें।
उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2020
सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे.
निंदनीय!
बता दें कि, उत्तरप्रदेश के कानपुर में गुरुवार रात करीब एक बजे हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इसमें सर्कल ऑफिसर (DSP) और 3 सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मियों की जान चली गई। बताया जा रहा है, घटना में करीब 12 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।