उल्टी-दस्त से पीडि़त मासूम की मौत, परिवार के 3 लोग बीमार
सतना उल्टी-दस्त से पीडि़त मासूम की मौत, परिवार के 3 लोग बीमार
डिजिटल डेस्क, सतना। मैहर के डेलहा गांव में उल्टी-दस्त से पीडि़त 13 वर्ष की मासूम रेशमा कोल पुत्री लाखन की मौत हो गई। मां अनुरूपा (30) और चचेरा भाई अंशू (2) डायरिया से पीडि़त हैं, जिन्हें सिविल अस्पताल मैहर में भर्ती कराया गया है। घर में एक-दो अन्य लोगों को भी डायरिया की शिकायत है। डायरिया पीडि़त मासूम की मौत की खबर लगते ही मैहर से बीएमओ डॉ ज्ञानेश गौतम की अगुआई में मेडिकल टीम और जिला मुख्यालय से आईडीएसपी टीम फौरन गांव पहुंच गई। एपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ प्रदीप गौतम ने बताया कि प्रथम दृष्टया फूड प्वाजिनिंग जैसे कोई लक्षण नहीं मिले। घर में 16 सदस्य हैं, सभी ने एक जैसा खाना खाया था। पेयजल के लिए घर में बोरिंग है। डायरिया की वजह जानने के लिए पानी का सेंपल लिया गया है।
गांव में ही कराया इलाज
जानकारी के मुताबिक रेशमा को 28 अगस्त को सुबह ६ बजे से उल्टी-दस्त शुरू हुआ। परिजन ने गांव में ही एक त्रिपाठी डॉक्टर को दिखाया। शाम तक इलाज के बाद आराम नहीं मिलने पर झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए। परिजन उसे लेकर बीती रात तकरीबन साढ़े 9 बजे सिविल अस्पताल मैहर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। मंगलवार को सुबह टीम पहुंचने से पहले ही परिजन ने अंतिम संस्कार कर दिया। पोस्टमार्टम न हो पाने की वजह से मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका।
सरपंच ने पहुंचाया अस्पताल
ग्राम पंचायत डेलहा सरपंच अभिषेक जायसवाल ने बताया कि पीडि़त परिजन से सूचना मिलते ही सभी को अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में कुआं और बोरिंग के पानी से बीमारियां फैल रही हैं। संबंधित विभाग से मांग की गई थी कि ब्लीचिंग और बोरिंग-नलों में दवाई डलवाई जाए लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
इनका कहना है।
मासूम की मौत के साथ घर के दो और लोग पीडि़त हैं, प्रथम दृष्टया फूड प्वाजिनिंग के लक्षण नहीं मिले हैं, वहज जानने के लिए बोरिंग के पानी का सेंपल जांच के लिए भेजा गया है।