होलिका दहन की जगह घर पर ही किया पूजन, सड़कों पर दिखा सन्नाटा
होलिका दहन की जगह घर पर ही किया पूजन, सड़कों पर दिखा सन्नाटा
डिजिटल डेस्क, माजलगांव। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलने से रंगों का त्योहार फीका ही रहेगा। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी रविद्रं जगताप ने 26 से 4 अप्रैल तक लाॉकडाउन लगाया है, साथ ही भीड़ न करने की सलाह दी। जिसके बाद लोगों ने इस बार होली दहन न करते हुए घर पर ही पूजा कर पर्व मनाया। जिसके चलते सड़कों पर सन्नाटा दिखाई दिया। दरअसल कोरोना के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने नई गाइडलाइन जारी की है, ताकि होली के चक्कर में कहीं लोग वायरस की चपेट में न आ जाएं।
केंद्र ने राज्यों से कहा कि त्योहारों के दौरान भीड़ को नियंत्रित रखा जाए। मास्क और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराया जाए। होली, शब-ए-बारात, वैसाखी, ईस्टर, ईद उल फितर आदि के मद्देनजर भीड़ नियंत्रित करने पर जोर दिया गया है।
होली वसंत ऋतु में फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला त्योहार है। पारंपरिक रूप से यह पर्व दो दिन मनाया जाता है। पहला दिन होलिका दहन किया जाता है और इसके दूसरे दिन रंग खेलने की परंपरा रही है।