इंसानियत शर्मसार, हाथ ठेले में रखकर ले जाना पड़ा गरीब का शव
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी कबाड़ बीनने वाले 22 वर्षीय मनोज की मौत इंसानियत शर्मसार, हाथ ठेले में रखकर ले जाना पड़ा गरीब का शव
डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर। नरसिंहपुर। रविवार की सुबह जिला मुख्यालय में उस वक्त इंसानियत शर्मसार हो गयी, जब शासकीय जिला अस्पताल में पीएम के बाद एक गरीब युवक के शव को कोई वाहन तक नसीब नही हुआ। मजबूर परिजनों को शव हाथ ठेले में रखकर अपने ठिकाने तक लाना पड़ा। उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के जनपद मैदान में खुले आसमान के नीचे अपनी बहनों के साथ रहने वाले मनोज पिता छोटेलाल वंशकार 22 वर्ष की शनिवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। अपनी बहनों के साथ कबाड़ बीनने का काम करने वाले मनोज के शव का रविवार की सुबह शासकीय जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। पीएम के बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए शव तो सौंप दिया गया, लेकिन उसे अपने ठिकाने तक ले जाने के लिए कोई वाहन नही मिला। मृतक की बहन विमला वंशकार ने बताया कि शनिवार की रात्रि को उसके भाई को अत्याधिक हिचकियां आ रही थीं तो वे उसे लेकर अस्पताल पहुंची, जहां जांच उपरांत चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हे सौंपा गया तो उन्होंने वहां मौजूद कर्मियों से शव को जनपद मैदान तक ले जाने के लिए किसी शासकीय वाहन की मांग की। कर्मी द्वारा वाहन उपलब्ध न होने की बात कही गयी तो वे उसे हाथ ठेले में रखकर बीच शहर से जनपद मैदान तक लेकर आए। इसके बाद 5-6 लोग उसे अर्थी में लिटाकर अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम लेकर गये।