आतंकवादी का खात्मा करने वाले जवान ज्ञानेश्वर साबले को शौर्य चक्र
राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित आतंकवादी का खात्मा करने वाले जवान ज्ञानेश्वर साबले को शौर्य चक्र
डिजिटल डेस्क, बुलढाणा। जम्मू कश्मीर के बारामुल्ला परिसर में कलहर परिक्षेत्र में १९ अक्टूबर २०१८ को सीआरपीएफ के जवान ज्ञानेश्वर श्रीराम साबले यह चेक नाका ड्यूटी पर रहते समय "जैश ए मोहम्मद" इस आतंकवादी संगठन के दो आतंकवादियों का खातमा कर अपनी वीरता साबित की। उनके इस शौर्य का सम्मान करने जवान ज्ञानेश्वर साबले को २२ नवम्बर २०२१ को राजधानी दिल्ली के राष्ट्रपति भवन मेंे महामहीम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया गया। बुधवार २४ नवम्बर को चिखली में विधायक श्वेता महाले, पूर्व विधायक राहुल बोंद्रे की ओर से भी उनका सत्कार किया गया।
सीआरपीएफ के वीर जवान ज्ञानेश्वर साबले बुलढाणा जिले के उंद्री गांव के सुपुत्र हैं। जिससे उनका सभी स्तर से अभिनंदन किया जा रहा है। ज्ञानेश्वर श्रीराम साबले यह देशसेवा करने के लिए २००६ साल में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे तथा सेवा देते समय १९ अक्टूबर २०१८ को दोपहर दो बजे के दौरान श्रीनगर बारामुल्ला क्षेत्र में स्पेशल ऑपरेशन करने वाले सैनिकों को टुकड़ी को कवर देने के लिए ज्ञानेश्वर साबले यह नाका डयूटी पर रहते समय सैनिकों द्वारा इस नाके पर वाहनों की जांच की जा रही थी। इस बीच एक कार की जांच करने के दौरान एक महिला ने वाहन से निकलकर भागने का प्रयास किया। जिस कारण उपस्थित जवानोंे को संदेह होने से उस महिला का पीछा करने के दौरान इसी वाहन में बैठे एक आतंकवादी ने पुलिस पर गोलियां चलाई। लेकिन कर्तव्य पर तैनात सैनिक ने उनका निशाना चुकाकर स्वयं का बचाव किया एवं साबले ने उस आंतकवादी पर अचूक निशाना साधकर मौत के घाट उतारा।
उसी समय दूसरे आंतकवादी ने अपने पास की एके ४७ लेकर ज्ञानेश्वर साबले पर फायरिंग शुरू की, लेकिन एक सहयोगी का कवर लेकर उस दूसरे आतंकवादी का भी साबले ने खत्मा किया। जिस कारण साबले के शौर्य एवं वीरता को लेकर उन्हें भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के जरिए महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथो शौर्य चक्र देकर उनका गौरवान्वित करते यथोचित सम्मान किया गया। इस सम्मान समारोह में सैन्य दल के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अन्य मान्यवर उपस्थित रहे।