हायर एजुकेशन की साइट हैक, वेरिफिकेशन कराने पहुँचे स्टूडेंट्स ने किया हंगामा
हायर एजुकेशन की साइट हैक, वेरिफिकेशन कराने पहुँचे स्टूडेंट्स ने किया हंगामा
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। शासकीय कॉलेज हर्रई के 600 स्टूडेंट्स का रजिस्टे्रशन डेटा गायब हो गया। एडमिशन लेने से चूक गए स्टूडेंट्स की शिकायत पर कॉलेज प्रिंसपल ने सायबर सेल में लिखित शिकायत कर ऑनलाइन प्रवेश की साइट हैक होने का संदेह जताया है। हालांकि अमरवाड़ा एसडीओपी का तर्क है कि तकनीकी खामी के कारण बच्चे प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए। सायबर एक्सपर्ट जानकारी जुटा रहे हैं।
पीडि़त स्टूडेंट अंशुल सोनी ने बताया कि 18 अगस्त से कॉलेज में प्रवेश के रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरु हुई थी। 21 अगस्त को बीएससी प्रथम वर्ष में एडमिशन के लिए क्योस्क सेंटर से रजिस्ट्रेशन कराया था। उसके बाद कॉलेज में दस्तावेजों की मूल प्रति ले जाकर वेरिफिकेशन भी कराया था। पहली लिस्ट में नाम नहीं आने पर जब कॉलेज प्रबंधन से पूछताछ की तो सैकेंड लिस्ट तक इंतजार करने कहा गया। अब तक लिस्ट में नाम नहीं आया। यह समस्या सिर्फ अंशुल सोनी की नहीं बल्कि हर्रई के ऐसे 600 स्टूडेंट्स हैं जो कि हर्रई कॉलेज में बीए, बीएससी प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने से वंचित रह गए। कॉलेज प्रबंधन साइट हैक कर स्टूडेंट्स का डेटा गायब होने का संदेह जता रहा है।
कॉलेज के कम्प्यूटर आपरेटर पर संदेह-
स्टूडेंट्स ने हर्रई में प्रदर्शन कर आरोप लगाया है कि रजिस्ट्रेशन के बाद कॉलेज में बेरिफिकेशन कराया गया था। आईडी पासवर्ड कम्प्यूटर ऑपरेटर के पास रहता है। कम्प्यूटर ऑपरेटर ने छेड़छाड़ कर डेटा गायब कराया है। कॉलेज प्रबंधन स्टॉफ को बचाने स्टूडेंट्स की बली चढ़ा रहा है।
कॉलेज: हमने सायबर सेल में की है शिकायत-
हर्रई कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस के एस यादव का कहना है कि स्टूडेंट्स का डेटा गायब हो गया है। साइट हैक हुई है या फिर पोर्टल में तकनीकी खामियों के कारण समस्या हुई है। हमने अमरवाड़ा एसडीओपी को शिकायत की है। सायबर सेल में भी लिखित आवेदन दिया है। करीब 600 बच्चों के साथ ऐसा हुआ है।
पुलिस-कॉलेज से हैकिंग का संदेह जताया-
अमरवाड़ा एसडीओपी संतोष डेहरिया ने बताया कि हर्रई के 550 से 600 स्टूडेंट्स के एडमिशन से वंचित होने की शिकायत मिली है। कॉलेज प्रबंधन ने भी साइट हैक होने का संदेह जताते हुए शिकायत की है। अब तक की जांच में यह तकनीकी खामी समझ आ रहा है। सायबर एक्सपर्ट से मामले की जांच करा रहे हैं। फिलहाल हैकिंग की पुष्टि नहीं हो सकी।