हरदा: महिला-बाल विकास विभाग की योजनाओं की जानकारी अब ऑन-डिमांड रेडियो एप में उपलब्ध
हरदा: महिला-बाल विकास विभाग की योजनाओं की जानकारी अब ऑन-डिमांड रेडियो एप में उपलब्ध
डिजिटल डेस्क, हरदा। हरदा मध्यप्रदेश जैसे भौगोलिक रुप से विशाल एवं खाद्य विविधता वाले राज्य में सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। ऐसे में स्थानीय भाषा/बोली में संदेशों का आदान-प्रदान हितग्राहियों, आमजनों के व्यवहार परिवर्तन में सहयोगी हो सकता है। कोविड-19 की वजह से वर्ष 2020 हम सबके लिये चुनौतीपूर्ण रहा है। इस चुनौती ने हम सबको आत्मनिर्भर बनने और संवाद के नये साधनों को विकसित करने का मौका भी दिया है। इसी के दृष्टिगत और वोकल फ़ॉर लोकल की संकल्पना को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग, विभागीय योजनाओं, संदेशों के प्रचार-प्रसार तथा व्यवहार परिवर्तन हेतु एंड्रायड एप anganwadi.radio तैयार किया गया है। यह ऑन-डिमांड रेडियो एप प्ले स्टोर पर anganwadi.radio के नाम से उपलब्ध है जहाँ से इसे मोबाइल में डॉउनलोड किया जा सकता है। संभवतः मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है जहां किसी शासकीय विभाग द्वारा विभागीय योजनाओं, संदेशों के प्रचार-प्रसार तथा व्यवहार-परिवर्तन के लिये इस तरह की नवीन टेक्नॉलाजी का उपयोग करते हुए ऑन-डिमांड रेडियो एप तैयार किया गया है। आँगनवाड़ी रेडियो का मुख्य उद्देश्य हितग्राही किशोरी बालिकाओं, महिलाओं के साथ ही आम-जनों तक स्वास्थ्य, पोषण, विभागीय कार्यक्रमों, गतिविधियों व योजनाओं की जानकारियां और संदेश ऑडियो फॉरमेट में पहुँचाना है। यह हिन्दी भाषा के साथ ही स्थानीय बोलियों (भीली, गोंडी, कोरकू, बुन्देलखंडी आदि) में भी रहेगी। स्थानीय बोलियों में संदेशों का आदान-प्रदान करने से आँगनवाड़ी रेडियो व्यवहार परिवर्तन में सहयोगी माध्यम साबित होगा। आँगनवाड़ी रेडियो के माध्यम से संदेश, जिंगल, नाटक, कहानी, प्रश्नोत्तरी आदि ऑडियो केटेगरी के अंतर्गत पोषण शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, विकास, महिला सषक्तिकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि विषयों को सुन सकते हैं। इसके अलावा उपयोगकर्ता इन जानकारियों को क्षेत्रवार भी सुन सकते हैं। बच्चे रोचक एवं शिक्षाप्रद कहानियां भी सुन सकेंगे। विभाग आँगनवाड़ी रेडियो पर दिन में 6 से 8 घंटे लाइव प्रसारण भी करेगा। इसमें राज्य एवं जिला स्तर से संदेश आदि प्रसारित किये जा सकेंगे। आमजन के अलावा आँगनवाड़ी रेडियो एप में प्रदेश की आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिये अपने संदेश रिकार्ड कर अपलोड करने हेतु डैशबोर्ड भी दिया गया है। इसके माध्यम से आँगनवाड़ी कार्यकर्ता स्थानीय बोली में स्वास्थ्य, पोषण आदि पर केन्द्रित लोक गीत, संदेश, सफलता की कहानी अपलोड कर सकेंगी जिसे सभी जगह सुना जा सकेगा। विभाग ने प्रारम्भिक चरण में सभी से सुझाव भी मांगे हैं, ताकि उसके आधार पर इस एप को ज्यादा उपयोगी एवं सहभागी युक्त बनाया जा सके। विभाग की सहयोगिनी मातृ समिति की महिलाओं, किशोरी बालिकाओं के समूह शोर्य दल आदि को भी आंगनवाड़ी रेडियो एप के माध्यम से संदेश देने एवं उनकी उपलब्धियों आदि को प्रसारित करने का प्रावधान किया गया है। स्थानीय स्तर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं जनप्रतिनिधियों के संदेश सुझाव आदि भी रिकोर्ड कर एप में अपलोड कर प्रसारित किया जायेगा।