आधा दर्जन ट्रांसफार्मर ठप, सहायक यंत्री ने बताई विभाग की मजबूरी
कटनी आधा दर्जन ट्रांसफार्मर ठप, सहायक यंत्री ने बताई विभाग की मजबूरी
डिजिटल डेस्क, कटनी । इस साल मानसून ने भी धोखा दे दिया। आधा सावन बीतने के बाद भी बारिश औसत से आधी भी नहीं हो पाई है। ऐसी स्थिति में ग्रामीण क्षेत्र में खरीफ फसल बचाने के लिए किसान ट्यूबवेल एवं मोटरपम्प का सहारा ले रहे हैं। जिससे बिजली की खपत भी बढ़ी है। इसका प्रभाव ट्रांसफार्मर पर पड़ रहा है। अधिक लोड होने से ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे अनेक ट्रांसफार्मर हैं जो महीनों से जले पड़े हैं लेकिन अब तक बदले नहीं गए। विद्युत अधिकारी भी ट्रांसफार्मर बदलने में स्वयं को असहाय महसूस कर रहे हैं क्योंकि जिस अनुपात ट्रांसफार्मर फेल हो रहे हैं उस रेशियो में उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। बरही नगर परिषद के छिंदिया टोला वार्ड 12,13,14 में 6 ट्रांसफार्मर महीनों से जले पड़े हैं। जिससे बारिश के इस मौसम में यहां के लोग अंधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर है। नवनिर्वाचित निर्दलीय पार्षद संतोष द्विवेदी एवं पूर्व पार्षद सरमन सोनी ने बिजली विभाग के सहायक अभियंता, तहसीलदार, को ज्ञापन सौंपकर ट्रांसफार्मर बदलने अपील की है। इस संबंध में सहायक यंत्री चंचल गुप्ता का कहना है आवश्यकता के हिसाब से ट्रांसफार्मर उपलब्ध नहीं हो पा रहे अल्प वर्षा के कारण अधिक लोड पडऩे से ट्रांसफार्मर जल रहे हैं। जल्द से जल्द ट्रांसफार्मर बदलवाने की प्रक्रिया की जा रही है।
महनेर में गहराया पानी का संकट
ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत महनेर में ट्रांसफार्मर जलने से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया है कि यहां बीते दिनों ट्रांसफार्मर जल गया था जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा विद्युत विभाग के अधिकारियों से भी की। अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर बदलने का आश्वासन तो दिया पर अब तक बदला नहीं गया। ट्रांसफार्मर जलने सेजहां घरों में अंधेरा छाया है। वहीं घरों में लगे ट्यूबवेल ठप होने से ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए दूर दराज से पानी लाना पड़ रहा है हालांकि ग्राम में हैंडपंप भी हैं लेकिन उनका पानी पीने लायक नहीं हैं।