शोध शिखर 2022-23 अंतर विद्यालयीन राष्ट्रीय शोध एवं नवाचार प्रतियोगिता का भव्य आयोजन

रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय शोध शिखर 2022-23 अंतर विद्यालयीन राष्ट्रीय शोध एवं नवाचार प्रतियोगिता का भव्य आयोजन

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-16 14:39 GMT
शोध शिखर 2022-23 अंतर विद्यालयीन राष्ट्रीय शोध एवं नवाचार प्रतियोगिता का भव्य आयोजन

 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में शोध शिखर 2022-23 अंतर विद्यालयीन राष्ट्रीय शोध एवं नवाचार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि श्री आर बालसुब्रमण्यन, निदेशक, मौसम विज्ञान केन्द्र, मध्य प्रदेश, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री संतोष चौबे, कुलाधिपति, आरएनटीयू, बतौर विशिष्ट अतिथि डाॅ. वी. पी. गौर, निदेशक, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वे  ऑफ इंडिया, डाॅ. अकरम खान, प्रमुख वैज्ञानिक, एम्प्री भोपाल, श्री पीयूष राय, आईपीसी, इंडियन बैंक, श्रीमती नीलम चौधरी (आईपीएस), डीएसपी, एमपी स्टेट सायबर क्राइम हेडक्वार्टर, श्री नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी, भोपाल, श्री एम एल राठौरिया, जिला शिक्षा अधिकारी, रायसेन, डाॅ. वेद प्रकाश सिंह, वैज्ञानिक, मौसम विज्ञान केन्द्र मध्य प्रदेश, सुश्री आकांक्षा शुक्ला, टेक्निकल हेड, आईबीएम पुणे, डाॅ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू, डाॅ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलपति, आरएनटीयू और डाॅ. विजय सिंह, कुलसचिव, आरएनटीयू उपस्थित थे।

इस मौके पर श्री आर  बालसुब्रमण्यन   ने मौसम विज्ञान, कृषि क्षेत्र में स्टेम सेल के क्षेत्र में नवाचार के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि तकनीक और नवाचार ने मौसम विज्ञान और किसानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी क्रम में श्री संतोष  चौबे  ने कहा कि शोध को बढ़ावा देने के उद्देष्य से शोध शिखर जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन आरएनटीयू द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में सतत् विकास के लिए ‘दृष्टि और जिज्ञासा’ जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना जरुरी है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए छात्रों को जिज्ञासु प्रवृत्ति का होना बहुत जरुरी है। आगे उन्होंने कहा कि विद्यालय स्तर पर विज्ञान, उद्यमिता पर जोर देना आवश्यक है। इसके साथ ही विज्ञान और नवाचार को सामाजिक सरोकार से जोड़कर देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जरुरत है देश को विज्ञान के क्षेत्र में विकास करने की। डाॅ. वी. पी. गौर ने कहा कि देश की प्रगति के लिए तकनीक और नवाचार जरुरी है। इस दिशा में आरएनटीयू विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस तरह के सार्थक प्रयास कर रहा है। इसके अलावा आरएनटीयू ने देश की समस्याओं को उजागर करने की दिशा में एक सार्थक पहल की है। डाॅ. अकरम खान ने संबोधित करते हुए कहा कि फंडामेंटल रिसर्च को इंडस्ट्रियल रिसर्च से जोड़कर समाज और मानव जगत के लिए काम करने की आवष्कता है। उन्होंने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए कहा कि विद्यालय स्तर पर फंडामेंटल रिसर्च को मजबूत करना चाहिए तभी आगे जाकर विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने रिसर्च को सोसायटी से कनेक्ट होने की बात कही। इसी क्रम में श्रीमती नीलम चौधरी ने कहा कि विद्यार्थियों को एलीमेंट्री एजुकेशन को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। यही आगे की दिशा तय करता है। उन्होंने आगे कहा कि तकनीक और नवाचार ने सायबर क्राइम के क्षेत्र में उत्कृष्ट सफलता प्राप्त की है। तकनीकि विकास ने पुलिस विभाग को काफी सुदृढ़ किया है।

इस अंतर विद्यालयीन राष्ट्रीय शोध एवं नवाचार प्रतियोगिता में ‘दहलीजः रिसर्च प्रोजेक्ट’ और ‘पहलः रिसर्च आइडिया’ का आयोजन किया गया। भोपाल संभाग से रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए विभिन्न विद्यालयों के 100 से अधिक विद्यार्थियों ने रिसर्च प्रोजेक्ट डिमॉन्स्ट्रेशन किया जिसे कार्यक्रम में आए वरिष्ठ वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों द्वारा सराहा गया। जबकि रिसर्च, आयडियाज के लिए भोपाल संभाग के विभिन्न विद्यालयों के 70 से अधिक विद्यालयों के विद्यार्थियों ने प्रेजेंटेशन दिया। इस अंतरविद्यालयीन राष्ट्रीय शोध तथा नवाचार प्रतियोगिता में भोपाल संभाग के विद्यालय स्तर के गणित, विज्ञान, वाणिज्य, मानविकी व उद्यमिता के 9वीं, 10वीं, 11वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने अपने माॅडल प्रदर्षित एवं शोध पत्र प्रस्तुत किए। रिसर्च आयडिया प्रेजेंटेषन के जूरी मेंबर के रुप में डाॅ. रोनाल्ड फर्नांडिस, निदेशक, एआईसी-आरएनटीयू और डाॅ. रीता जैन, आईओटी एक्सपर्ट उपस्थित थे। चयनित विद्यार्थियों को फरवरी 2023 में होने वाले ‘शोध शिखर 2022-23’ अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र और शोध संगोष्ठी में पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर डाॅ. वेद प्रकाश सिंह और सुश्री आकांक्षा शुक्ला ने क्रमशः मेट्रोलॉजी और डिजीटल तकनीक पर विस्तृत जानकारी साझा की।

इस मौके पर भारतीय वैज्ञानिकों के अलावा विदेषी वैज्ञानिकों पर आईसेक्ट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित मोनोग्राफ और प्रसिद्ध विज्ञान पत्रिका ‘इलेक्टाॅनिकी आपके लिए’ का लोकार्पण किया गया। साथ ही मौसम विज्ञान केन्द्र, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वे आॅफ इंडिया, मैप कास्ट और साइबर सिक्योरिटी विभाग ने अपनी प्रदर्शनी लगाकर विद्यार्थियों को जानकारी साझा की।

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