प्रतिदिन के लिए और 250 मिमी वर्षा जरूरी
प्रतिदिन के लिए और 250 मिमी वर्षा जरूरी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले दो-तीन दिन से नागपुर सहित आस-पास के क्षेत्रों में जारी झमाझम बारिश ने आस जगाई है। शहर को जलापूर्ति करने वाले तोतलाडोह और नवेगांव खैरी के कैचमेंट एरिया में भी अच्छी खासी बारिश होने की जानकारी है। इससे नागपुर में जारी एक दिन अंतराल से जलापूर्ति से कुछ राहत मिलने की उम्मीदें हैं। हालांकि जानकार अभी और इंतजार करने का दावा कर रहे हैं। जानकारों का दावा है कि बारिश तो हुई है, लेकिन इतनी बारिश नहीं हुई कि जलाशयों का स्तर बढ़ा हो। कम से कम 250 मि.मी. बारिश की अपेक्षा है। तब जाकर तोतलाडोह और नवेगांव खैरी बांध से शहर को नियमित जलापूर्ति करने पर विचार किया जा सकता है।
खेती के लिए अच्छी बारिश
बारिश के विलंब से सूखे की मार झेल रहे नागपुर सहित विदर्भ के किसानों के लिए यह बारिश राहत बनकर आई है। पिछले दो-तीन दिन से जारी बारिश कृषि क्षेत्र के लिए लाभदायी बताई गई है। खासकर धान की फसलों के लिए इस तरह की बारिश फायदेमंद साबित होने का दावा किया गया है।
भीषण जलसंकट
नागपुर शहर अब तक का सबसे भीषण जलसंकट झेल रहा है। बुधवार, शुक्रवार और रविवार को शहर में पानी बंद रखा गया है। शुरू में कहा था कि एक सप्ताह में अच्छी बारिश होने पर पुनर्विचार किया जाएगा, लेकिन उस सप्ताह में बारिश ही नहीं हुई। इस कारण जलाशयों की स्थिति और खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है। इसके बाद मनपा सत्तापक्ष ने अगले एक महीने यानी 22 अगस्त तक एक दिन अंतराल से जलापूर्ति जारी रखने का निर्णय लिया है।
16 जलाशयों में 8.14 प्रतिशत पानी
बारिश के बावजूद जलाशयों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। नागपुर विभाग के 16 बड़े जलाशयों में अभी भी 8.14 प्रतिशत पानी है। नागपुर जिले के तोतलाडोह जलाशय में 0.01 प्रतिशत, खिंडसी में 10.56 प्रतिशत, वड़गांव में 23.65 प्रतिशत, नांद में 41.66 प्रतिशत, कामठी खैरी में 25.22 प्रतिशत पानी है। वर्धा जिले के निम्न वर्धा में 4.05 प्रतिशत, बोर में 10.06 प्रतिशत, गोंदिया के सिरपुर में 22.23 प्रतिशत, इटियाडोह में 25.31 प्रतिशत, पुजारीटोला में 15.9 प्रतिशत, कालीसरार में 13.27 प्रतिशत, गडचिरोली के दिना में शून्य प्रतिशत, चंद्रपुर के असोलामेंढा में 38.64 प्रतिशत, भंडारा के गोसीखुद बांध में 0.7 प्रतिशत, बावनथड़ी में शून्य प्रतिशत पानी है।