नागपुर से नहीं उड़ पा रही हैं साउथ एशियन देशों में फ्लाइट

नागपुर से नहीं उड़ पा रही हैं साउथ एशियन देशों में फ्लाइट

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-08 09:37 GMT
नागपुर से नहीं उड़ पा रही हैं साउथ एशियन देशों में फ्लाइट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी के डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल का नाम भले ही अंतरराष्ट्रीय है, लेकिन नागपुर का साउथ-ईस्ट एशियन देशों के साथ हुए बाइलेटरल एग्रीमेंट में नाम नहीं है। इस वजह से साउथ-ईस्ट एशियन देश की अंतरराष्ट्रीय विमान कंपनी नागपुर से डायरेक्ट कनेक्टिविटी नहीं कर पा रही है।  

बात होती है, पर बन नहीं पाती

नागपुर विमानतल को 2014 के करीब अंतरराष्ट्रीय विमानतल का दर्जा मिला था। यहां से कतर एयरवेज और एयर अरेबिया ने अपनी विमानसेवा आरंभ की। बाद में 2016 के करीब नागपुर विमानतल को मेजर अंतरराष्ट्रीय विमानतल का दर्जा दिया गया, लेकिन अब परेशानी यह है कि साउथ-ईस्ट एशियन देशों के बाइलेटरल एग्रीमेंट में नाम शामिल नहीं होने के कारण यहां से कोई विदेशी एविएशन कंपनी अपनी उड़ान सेवा आरंभ नहीं कर सकती है। जब एविएशन मंत्रालय के समक्ष यह मामला रखा गया तो उन्होंने पूछा कि नागपुर से कोई कंपनी कनेक्टिविटी शुरू करने के लिए तैयार है, तो उसका प्रस्ताव दो। दूसरी ओर एक और बड़ी सच्चाई। सिंगापुर से नागपुर विमान कनेक्टिविटी के लिए जब विदेशी एविएशन कंपनी के सामने प्रस्ताव रखा गया था तो उसने बाइलेटरल एग्रीमेंट न होने के कारण इनकार कर दिया था। यही एग्रीमेंट न होने के कारण विमान कंपनियां किसी भी तरह की प्रक्रिया आगे बढ़ाने से इनकार कर देती हैं।

यहां है संभावना

थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, इंडोनेशिया, फिलीपींस, लाओस आदि देशों में टूरिज्म को लेकर बहुत सारी संभावनाएं हैं।

इंडियन एविएशन कर सकती है शुरू

एग्रीमेंट न होने के कारण विदेशी एविएशन भले ही आरंभ नहीं कर सकती है, लेकिन इंडियन एविएशन नागपुर से साउथ-ईस्ट एशिया के देशों में उड़ान आरंभ कर सकती है। इंडिगो, एयर इंडिया, गो एयर, एयर एशिया और स्पाइसजेट आदि एविएशन कंपनियों के नाम शामिल हैं।

संभव है, अगर

बाइलेटरल एग्रीमेंट में नागपुर का नाम शामिल नहीं है। इस वजह से साउथ-इस्ट एशिया के देशों से विदेशी विमान कंपनी उड़ान आरंभ नहीं कर सकती है। मैंने एक बार यह प्रस्ताव वरिष्ठ लोगों के समक्ष रखा था, तो उन्होंने मुझसे प्रस्ताव मांगा था। उस समय मेरे पास कोई प्रस्ताव नहीं था। भारतीय विमान कंपनी साउथ-इस्ट एशिया के देशों के लिए उड़ान आरंभ कर सकते हैं। -विजय मुलेकर, वरिष्ठ संचालक, मिहान इंडिया लिमिटेड (विमानतल)

 

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