तेज बारिश व गंदगी से मछलियां व कछुओं की मौत, पर्यावरण प्रेमियों ने जताई चिंता

तेज बारिश व गंदगी से मछलियां व कछुओं की मौत, पर्यावरण प्रेमियों ने जताई चिंता

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-27 07:50 GMT
तेज बारिश व गंदगी से मछलियां व कछुओं की मौत, पर्यावरण प्रेमियों ने जताई चिंता

डिजिटल डेस्क,भद्रावती (चंद्रपुर)। शहर के दक्षिण दिशा में स्थित प्राचीन गौराला तालाब में पिछले दो-तीन दिनों से सैकड़ों की संख्या में मछलियां व कछुए मृतावस्था में पाए जा रहे हैं, जिससे परिसर में  दुर्गंध फैल गई है। साथ ही इको-प्रो संस्था व पर्यावरणप्रेमियों ने चिंता व्यक्त करते हुए नगर परिषद के मुख्याधिकारी बन्नोरे से इस संपूर्ण मामले की जांच करने की मांग की है। बता दें कि, गौराला यह ऐतिहासिक तालाब है, जहां इन दिनों सर्वत्र गंदगी फैली है। ऐसे में पिछले कुछ दिनों से तालाब में मछलियां और कछुए मृतावस्था में दिखाई दे रहे हैं । बड़ी संख्या में जलीयजीवों की मृत्यु की जानकारी मिलते ही  इको-प्रो के तहसील अध्यक्ष संदीप जीवने ने नगर परिषद के मुख्याधिकारी बन्नोरे से चर्चा करते हुए उक्त मामले की जांच कर पर्यावरण विभाग की टीम को यहां बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि,  तालाब की जलीय जीव मृत होना, याने तालाब की जैवविविधता संकट में होने का संकेत देता है।

 उन्होंने कहा कि जैवविविधता अधिनियम 2002, महाराष्ट्र राज्य जैवविविधता नियम 2008 अनुसार ऐसे तालाब और जैवविविधता का संरक्षण तथा संवर्धन करने पालिका स्तर पर जैवविविधता समिति स्थापित करना जरूरी होने की बात जीवने ने कही। यह तालाब निजी है। हम जांच नहीं कर सकते हैं, लेकिन सफाई कराकर देने की बात कही। जीवने ने  सवाल किए कि जांच नहीं कर सकते है तो सफाई कराकर कैसे दे सकतें?  तालाब में जमा हुआ कचरा, प्रदूषण, गौरी-गणपति विजर्सन तथा तालाब में सिंगाड़ा उगाया जाता है जिससे  दवा का छिड़काव आदि कारणों के चलते जलीयजीवों की मृत्यु हो सकती है? ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है। उक्त तालाब के पानी के नमूने व मृत जलीय जीव के नमूने संकलित कर वह महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के माध्यम से जांच करें और भविष्य में इस तालाब में प्रदूषणकारी घटक कैसे टाल सकते हैं, इस संबंध में स्थानीय प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की मांग एक ज्ञापन के जरिए मुख्याधिकारी से की  गई है। 

जाल में फंसने से हुई मृत्यु 

वनपरिक्षेत्र अधिकारी स्वाति म्हैसेकर ने घटनास्थल पर भेंट देकर तालाब के मृत कछुए और मछलियों को जमा कराया। तालाब में मछलियां पकडऩे लगाए गए जाल में फंसने व  मूसलाधार बारिश से मछलियां व कछुओं की मौच होने की बात कही। पानी में जहरीले तत्व नहीं है। मामले की पुलिस में शिकायत की जाएगी।

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