अगली फसल के लिए तैयारियों में जुटे किसान,विभाग ने दलहनी-तिलहनी का बढ़ाया रकबा
धान की कटाई हुई शुरु, मक्के की कटाई पूरी अगली फसल के लिए तैयारियों में जुटे किसान,विभाग ने दलहनी-तिलहनी का बढ़ाया रकबा
डिजिटल डेस्क,सिवनी। जिले में दीपावली के बाद अब किसान धीरे-धीरे वापस खेतों की ओर लौटने लगे हैं।दीपावली के पहले जिले में मक्के की तुड़ाई का काम पूरा हो चुका है लेकिन धान की कटाई रुकी हुई थी।लगातार बारिश के कारण इस साल धान की कटाई में देरी हो रही है। अब जिले में मेले मड़ई का दौर शुरु हो गया है। ऐसे में जिन स्थानों में मशीन से धान की कटाई नहीं होगी वहां पर धान समेटने के लिए मजदूर नहीं मिल पाएंगे। कृषि विभाग ने सलाह दी है कि किसान कटाई का काम शीघ्र पूरा कर अगली फसलों के लिए तैयारी शुरु कर दें।
नए सीजन के लिए लक्ष्य हुआ तय
इस बार रबी सीजन के लिए विभाग ने अपना लक्ष्य तय कर लिया है। गेहूं का लक्ष्य कुछ कम कर दलहनी और तिलहनी फसलों के लक्ष्य में इजाफा किया गया है। पिछले साल जहां दो लाख 68 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती की गई थी वहीं इस बार इसे घटाकर दो लाख 50 हजार हेक्टेयर कर दिया गया है। चना की बात करें तो पिछले साल 45 हजार हेक्टेयर में चना की बोनी की गई थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 50 हजार हेक्टेयर कर दिया गया है। मटर की बात करें तो विभाग ने पिछले साल के 10 हजार हेक्टेयर को बढ़ाकर 12 हजार हेक्टेयर कर दिया गया है। मसूर का रकबा भी 13500 हेक्टेयर को बढ़ाकर 15 हजार हेक्टेयर कर दिया गया है। इसी प्रकार सरसों के रकबे में भी इजाफा किया गया है। इसे छह हजार हेक्टेयर से बढा़कर 16 हजार हेक्टेयर कर दिया गया है। अलसी और गन्ने का रकबा यथावत रखा गया है। गन्ने का रकबा पांच सौ हेक्टयर और अलसी का रकबा तीन हजार हेक्टेयर रखा गया है।
मक्के की कटाई पूरी,धान शेष
जिले में मक्के की कटाई पूरी तरह हो चुकी है। वहीं धान की कटाई अभी मात्र दस से 15 प्रतिशत ही हो सकी है। अब दीपावली के बाद किसान धान की कटाई में जुट गए हैं। खेतों में हार्वेस्टर नजर आने लगे हैं। विभाग को उम्मीद है कि आने वाले एक सप्ताह में धान की अच्छी खासी कटाई पूरी हो जाएगी। जिले में दो लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में धान की खेती की जाती है।
बारिश ने किया लेट
जिले में इस साल बारिश पिछले साल के मुकाबले दोगुनी हुई है। अक्टूबर की शुरुआत तक लगातार बारिश का क्रम लगातार जारी रहा। जिसके कारण खेत नहीं सूख पाए। जिससे खेत सूख ही नहीं पाए। लगातार हुई बारिश के कारण किसान धान की कटाई नहीं कर पाए। जिले में लगातार बारिश के कारण मक्के की फसल आशातीत नहीं हो पाई है।
अगली फसल के लिए शुरु करें तैयारी
कृषि विभाग का कहना है कि किसान जल्द से जल्द धान की कटाई पूरी कर लें ताकि अगली फसल के लिए खेत तैयार करने का अवसर मिल सके। मौरिश नाथ कृषि उपसंचालक का कहना है कि किसान नरवाई न जलाएं बल्कि इसे ट्रैक्टर चलाकर खेत में ही मिला दें। जिससे यह उपजाऊ हो जाएगी। लगातार निकल रही धूप का फायदा भी खेतों को मिलेगा।