इंद्रदेव को प्रसन्न करने भगवान की शरण में किसान
कटनी इंद्रदेव को प्रसन्न करने भगवान की शरण में किसान
डिजिटल डेस्क, कटनी।ज्यों-ज्यों दिन बीत रहे हैं किसानों में बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। दो साल से अल्पवर्षा की मार झेल रहे किसानों के सामने खरीफ फसल बचाने का संकट तो है ही, रबी फसल को लेकर भी चिंता है। वैसे तो पिछले साल भी कम बारिश हुई थी पर जिले में अब तक पिछले साल से भी 85 मिलीमीटर कम वर्षा हुई है। जिले की औसत बारिश 1125 मिलीमीटर है और औसत से अब तक मात्र 26 फीसदी (297 मिमी) ही वर्षा हुई है। अल्पवर्षा के कारण सबसे ज्यादा धान की फसल प्रभावित हुई है। अब तक धान की रोपाई भी नहीं हो पाई है। जबकि खरीफ में धान ही मुख्य फसल है। बारिश के लिए किसानों एवं ग्रामीणों द्वारा इंद्रदेव को प्रसन्न करने धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कहीं श्रीरामचरित मानस का पाठ हो रहा है तो कहीं शिवजी का अभिषेक पूजन किया जा रहा है। बाकल के सरस्वती उत्साह रामायण मंडल द्वारा दिसाई माता मढिय़ा में 75 दिवसीय श्रीरामचरित मानस का अखंड पाठ का आयोजन किया जा रहा है। मंडल के सदस्य चमन झारिया, मोहन पटेल, अनिल झारिया, प्रकाश विश्वकर्मा, बल्लू पटेल, सुरेंद्र सोनकर, अंगद झारिया, छेदी लाल पटेल, विनीत बर्मन, संतोष विश्वकर्मा, कैलाश शर्मा, अमर सिंह पटेल, गंगाराम अग्रवाल, गोटी राम पटेल, शुभम पटेल, अमन पटेल, देबू सेन, लल्ला झारिया, सतीश लाला आदि ने बताया कि अच्छी बारिश की प्रार्थना के लिए यह धार्मिक आयोजन किया जा रहा है।
पिछले साल से 85 मिमी कम हुई वर्षा
जिले में इस वर्ष 1 जून से 28 जुलाई की अवधि तक कुल 297. 6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। जबकि बीते वर्ष इसी अवधि के दौरान 382ण्8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल अलोच्य अवधि तक वर्षा मापी केंद्र कटनी में 291.8 मिलीमीटर, रीठी में 350 मिली मीटर, बड़वारा में 266. 7 मिलीमीटर, बरही में 242 मिलीमीटर, विजयराघवगढ़ में 258.2 मिलीमीटर, बहोरीबंद में 315.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसी प्रकार स्लीमनाबाद में 312. 7 मिलीमीटर एवं ढीमरखेड़ा में 354.4 मिलीमीटर वास्तविक वर्षा दर्ज की गई।