किसान के नाम पर हो गए फर्जी तरीके से पंजीयन!
सिवनी किसान के नाम पर हो गए फर्जी तरीके से पंजीयन!
डिजिटल डेस्क, सिवनी।एक बार फिर किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से पंजीयन होने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर घंसौर पुलिस से शिकायत की गई है। आरोप है कि गेहूं खरीदी के लिए घंसौर किसान प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा बनाए गए पंजीयन केंद्र में बड़े पैमाने पर एक किसान के नाम पर दूसरे लोगों ने पंजीयन करा लिया। इसमें अब वे किसान परेशान हो रहे हैं जिनके नाम से पूरे दस्तावेज कंप्लीट हैं। पंजीयन नहीं होने से वे इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। इस मामले में कंपनी के ऑपरेटर और जैतपुरी के एक व्यक्ति का हाथ होना बताया गया है।
ये है मामला
पलटवाड़ा के किसान मनीराम डहरिया ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि किसान प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा गेहूं खरीदी होना है। इसके लिए जब वह पंजीयन कराने गया तो उसे पता लगा कि उसके दस्तावेज के नाम से दूसरे लोगों ने पंजीयन करा लिया। मनीराम के अनुसार २८ फरवरी को जो पंजीयन हुआ है। इसमें उसकी भूमि और शामिल सरीक भूमि खसरा नंबर १४५ में मनीराम, रामलाल, गुखो, मनोता,कोमल भागलसिंह वगैरा और खसरा नंबर १४६ में मनीराम पिता रूपमेरे के नाम से दर्ज है। उसकी आईडी में किसी अन्य तीन व्यक्तियों के नाम पर फर्जी तरीके से पंजीयन करा लिया गया।
बड़े रकबे में हुए पंजीयन
पलटवाड़ा के अलावा सुक्कम और धरडाखेड़ा क्षेत्र के किसानों के अनुसार बड़े पैमाने पर बड़े रकबा बताकर दूसरों के नाम पर पंजीयन हुए हैं। जबकि इस बार पंजीयन नीति में बदलाव हुआ है। पूरे दस्तावेज होने के बाद ही पंजीयन हुए हैं लेकिन उसके बाद भी गड़बड़ी हो गई। ज्ञात हो कि कुरई ब्लॉक की मोहगांव समिति के धान खरीदी केंद्र धोबीसर्रा में भी फर्जीवाड़ा उजागर हुआ था। इसमें दो दर्जन किसानों के नाम से फर्जी पंजीयन किए गए थे।
कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग ने सोमवार को सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि किसान पंजीयन व रकबा सत्यापन कार्य बिना किसी लापरवाही के कराया जाए। उन्होंने गेहूं उपार्जन अंतर्गत अब तक हुए किसान पंजीयन तथा रकबा सत्यापन की जानकारी भी ली। जिला प्रशासन पंजीयन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न होने पाए इसके निर्देश लगातार जारी कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद गोलमाल की शिकायतें सामने आ रही हैं।