आज से शुरु होगा बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन, एक हजार शिक्षकों की लगी ड्यूटी
सिवनी आज से शुरु होगा बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन, एक हजार शिक्षकों की लगी ड्यूटी
डिजिटल डेस्क,सिवनी । जिले में बोर्ड परीक्षाओं का मूल्याकंन कार्य आज से शुरु हो रहा है। इसके लिए जिले में एक हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। सबसे ज्यादा शिक्षक सामाजिक विज्ञान के हैं वहीं सबसे कम एक शिक्षक म्यूजिक विषय का है। इस बार मूल्यांकन में शिक्षकों के लिए कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। एक बार प्रवेश करने के बाद बाहर निकलने की अनुमति नहीं रहेगी। मूल्यांकन में निष्पक्षता के लिए ये नियम बनाए गए हैं। वहीं कॉपियों की संख्या भी निश्चित है।
एक हजार शिक्षक करेंगे मूल्याकंन
जिले में आज से शुरु हो रहे मूल्याकंन कार्य के लिए फिलहाल लगभग एक हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें हाईस्कूल के लिए ६२९ और हायर सेकेंडरी के मूल्याकंन के लिए ३३७ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। बाद में दूसरे विषयों की कॉपियां आने के बाद अन्य शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। कॉपियों की बात करें तो हाईस्कूल की कुल ५४९८८ कॉपियां पहले चरण में मूल्याकंन के लिए आईं हैं। वहीं हायरसेकेंडरी की ३७११७ कॉपियां आईं हैं।
किस विषय के कितने शिक्षक
विषयवार बात करें तो हाईस्कूल के लिए जिन ६२९ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है उनमें हिंदी विषय के लिए १७१ शिक्षक मूल्यांकन कार्य करेंगे। इन शिक्षकों में हायर सेकेंडरी के ६२ शिक्षक भी शामिल हैं। इसी प्रकार सामाजिक विज्ञान के २१३, गणित के १९३ और उर्दू विषय के मूल्याकंन के लिए दो शिक्षक शामिल हैं। इसी प्रकार हायरसेंकें डरी के लिए अंग्रेजी के ४८, इतिहास में ११, रसायन में ३९, भौतिकी में ४४, जीवविज्ञान में ४५, कृ षि विज्ञान में नौ, राजनीति में ४२, अर्थशा में ३४ और म्यूजिक का एक शिक्षक मूल्याकंन कार्य करेंगे।
पांच मार्च से मूल्यांकन
मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पांच मार्च से शुरू हो जाएगा। 28 फरवरी तक हो चुकी परीक्षाओं की कापियां जांची जाएंगी। इसके बाद मार्च में होने वाले पेपरों की कापियां 16 मार्च से जांची जाएंगी। माशिमं द्वारा इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मूल्यांकन जिला स्तर पर किया जाएगा। जिले में उत्कृष्ट स्कूल को केंद्र बनाया गया है।
अच्छे और खराब प्रदर्शन पर रहेगी खास नजर
मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को मंडल ने सबसे खराब अंक लाने और सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। ऐसे विद्यार्थी जिन्हें एक नंबर भी न मिला हो या जिनके नंबर 90 फीसद से अधिक हों उनकी कापियां दोबारा जांची जाएगी। इनके अलावा एक या दो अंक से किसी विषय में विशेष योग्यता या प्रथम श्रेणी की पात्रता से वंचित होने वाले परीक्षार्थियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें हर पेज पर मिले अंकों को जोडऩे में भी विशेष सावधानी रखी जाएगी। ऐसी सभी उत्तरपुस्तिकाओं को दोबारा चेक कर अंकों को ध्यान से जोडऩे के निर्देश दिए गए हैं।
बाहर नहीं जा सकेंगे मूल्याकंन कर्ता
मूल्यांकन केंद्र के अंदर एक बार प्रवेश करने के बाद शिक्षक को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा उत्तरपुस्तिकाओं की जांच आदर्श उत्तर के अनुसार होगी। विद्यार्थी को हर स्टेप के नंबर देने होंगे। इसमें 12वीं की कापी जांचने का काम प्राथमिकता से किया जाएगा। मूल्यांकन के दौरान केंद्रों पर धारा 144 लागू रहेगी। दसवीं की प्रति कापी जांचने पर 12 रुपये व बारहवीं के लिए 13 रुपए मिलेंगे। कापी जांच करने की राशि के अलावा मूल्यांकनकर्ताओं को प्रतिदिन आने-जाने का भत्ता दिया जाएगा। मूल्यांकन कार्य प्रतिदिन सुबह 9.30 बजे से शुरू होगा। एक शिक्षक को प्रतिदिन न्यूनतम 30 व अधिकतम 45 उत्तरपुस्तिकाएं जांचने के लिए दी जाएंगी।
इनका कहना है,
मूल्याकंन का कार्य आज से शुरु हो रहा है। सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। मूल्याकंन कार्य के लिए प्राचार्यों को शिक्षकों को कार्यमुक्त करने के आदेश दिए जा चुके हैं।