सीवरेज कार्य के दौरान मिट्टी धंसकने से श्रमिक की मौत -आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने किया हंगामा
सीवरेज कार्य के दौरान मिट्टी धंसकने से श्रमिक की मौत -आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने किया हंगामा
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। वैढऩ थाना अन्र्तगत कचनी के महुअरिया टोले में सीवरेज पाइप डालने के दौरान गुरूवार की देर शाम मिट्टी धंसक गई। जिसमें दबकर भटवा बिलौंजी निवासी सुधीर शर्मा पिता अमय लाल शर्मा उम्र 20 वर्ष की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की जानकारी होते ही कचनी क्षेत्र में सनसनी व्याप्त हो गई। वहीं कंपनी के अन्य कर्मचारी मौके से फरार हो गये। घटना के बारे में बताया जाता है कि नगर निगम क्षेत्रान्र्तगत कचनी में सीवरेज में सीवरेज पाइप डालने का कार्य चल रहा था। लगभग शाम 7 बजे गड्ढे के नीचे मृतक सुधीर शर्मा पाइप जोडऩे के लिए उतरा था। इसी दौरान ऊपर से मिट्टी का बड़ा हिस्सा धंसक कर गड्ढे में जा गिरा। जिसमें युवक दब गया। उधर हादसा होते ही वहां कार्यरत कर्मचारी भाग खड़े हुए। वहीं वहां उपस्थित अन्य लेबरों ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस व परिजनों को दी गई। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मशीन व ग्रामीणों की मदद से मिट्टी हटवाई। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। युवक को मृत अवस्था में निकाला गया।
परिजनों ने काटा बवाल
महुअरिया टोला पहुंचे परिजनों ने युवक सुधीर की मौत के लिए कंपनी को जिम्मेदार ठहराते हुए शव को कब्जे में लेने से पुलिस को मना कर दिया। परिजन कंपनी प्रबंधन के विरूद्ध कार्रवाई करने व मुआवजे की मांग करते रहे। ग्रामणों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए घटना स्थल पर नवानगर टीआई, विंध्यनगर टीआई, एसडीएम सिंगरौली, तहसीलदार व नगर निगम के अधिकारी पहुंचे थे। लेकिन परिजन व ग्रामीण उनकी एक नहीं सुन रहे थे।
मांगें पूरी होने पर शव का हुआ पंचनामा
आक्रोशित परिजनों को मनाने के लिए देर रात तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके
पर जुटे रहे। लेकिन आक्रोशित परिजन मानने को तैयार नहीं थे। नगर निगम कार्यपालन यंत्री व्हीबी उपाध्याय ने परिजनों व संविदाकार के बीच वार्ता कराते हुए 10 लाख रूपए गु्रप इश्योरेंस से दिलाने, तत्काल एक लाख रूपए का चेक, 50 हजार रूपए नकद देने का आश्वासन दिया। इसके अलावा नगर निगम में पीडि़त परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने के लिए हामी भरी। तब जाकर परिजन शांत हुए और पुलिस शव को कब्जे में लेकर पीएम हेतु भेजा।
कर्मचारी करते प्रयास तो बच जाती जान
बताया जाता है कि घटनास्थल पर तीन मीटर गहरी खुदाई हुई थी। लेकिन बलुई मिट्टी होने के कारण वहां पर इतनी कम गहराई पर ही पानी निकल आया था। जिसके कारण काफी मात्रा में मिट्टी धसक कर जा गिरी। जिसके बाद कर्मचारी उसे मिट्टी से निकालने के स्थान पर भाग खड़े हुए। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो यदि कर्मचारी उसी समय प्रयास करते तो वह बच जाता क्योंकि वह सेफ्टी कैप पहने हुए था।
कार्यस्थल पर नहीं थे सुरक्षा के इंतजाम
संविदाकार कंपनी केके स्पन द्वारा कार्यस्थल पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं किये गये थे। जिसका परिणाम हुआ कि सीवर कार्य में लगे एक युवक की जान चली गई। जबकि सीवरेज कार्य गहरी खोदाई कर किया जाता है। लेबर अथवा तकनीकी कर्मचारियों के नीचे उतरने से पहले मिट्टी न धंसके इसके लिए लकड़ी का पटरा अथवा लोहे का जाल सुरक्षा हेतु डाला जाता है। लेकिन संविदाकार कंपनी द्वारा कहीं भी सेफ्टी नियमों का पालन नहीं कर रही है।