भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलायें सुन मंत्रमुग्ध हुये श्रद्धालु
शाहनगर भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलायें सुन मंत्रमुग्ध हुये श्रद्धालु
डिजिटल डेस्क, शाहनगर । शाहनगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में आज भगवान श्रीकृष्ण बाल लीला, कालियामसन मर्दन एवं गोवर्धन पूजा का सुंदर चित्रण किया गया। प्रधान श्रोता कमलादासी ब्रजपुरिया सहित श्रोताओं ने अवध से पधारे कथा व्यास बल्ल्भाचार्य जी महाराज के मुखारबिद से भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं, माखन चोरी व गोवर्धन पूजा की कथा का सुन्दर चित्रण सुनाया गया। महाराज बल्ल्भाचार्य ने भगवान की अच्युत लीलाएं मानव जीवन के लिए सदैव प्रेरणा दायक है। भगवान श्री कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं कीं। बाल्यकाल में भगवान श्री कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज गोपियां शिकायत लेकर आती थी। मां उन्हें कहती थी की प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो तो भगवान नंद गोपाल तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे कि मैंने माखन नहीं खाया। महाराज जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण अपने सभी सखाओं और गोप-ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच-गाने के साथ उत्सव मना रही थीं। श्री कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया कि आज के ही दिन व्रसासुर को मारने वाले तथा मेघों व देवों के स्वामी इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं इससे प्रसन्न होकर इन्द्र ब्रज में वर्षा करते हैं जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि इंद्र में क्या शक्ति है उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है इसके कारण ही वर्षा होती है अत: हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। बहुत विवाद के बाद श्री कृष्ण की यह बात मानी गई और ब्रज में गोवर्धन पूजा की तैयारियां शुरू हो गई। इस दौरान श्रद्धालु भक्ति सागर में मंत्रमुग्ध दिखे।