अंगारकी संकष्टी चतुर्थी पर पहली बार खाली हाथ लौटे भक्त, नहीं कर सके श्री मोरेश्वर भगवान के दर्शन

अंगारकी संकष्टी चतुर्थी पर पहली बार खाली हाथ लौटे भक्त, नहीं कर सके श्री मोरेश्वर भगवान के दर्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-27 15:50 GMT
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी पर पहली बार खाली हाथ लौटे भक्त, नहीं कर सके श्री मोरेश्वर भगवान के दर्शन

डिजिटल डेस्क, माजलगांव। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। जिसके कारण श्री मोरेश्वर भगवान मंदिर बंद है। जिसके कारण पहली बार भक्तों को बिना दर्शन घर लौटना पड़ा। पाबंदी के बावजूद सभी अपने आराध्य देव श्री मोरेश्वर भगवान के दर्शन करने मंदिर आए थे। सुबह से भक्तों का तांता लगा था, लेकिन उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली। लिहाजा भक्तो को बिना दर्शन लौटना पड़ा।

तहसील से 19 किलोमीटर दूर गंगामसला इलाके में पुरातन मंदिर है। इस मंदिर की काफी मान्यता है। मोरेश्वर भगवान के दर्शन मात्र से ही दुख दूर हो जाते हैं। मंगलवार के दिन चतुर्थी को अंगारकी चतुर्थी थी। इस दिन दर्शन करना शुभ होता है। परभणी से पाथरी और बीड सहित मराठवाड़ा से लोग दर्शन के लिए यहां आते हैं। उपवास रखते हैं। 

हर साल अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के दौरान यहां मेला लगता है, प्रसाद की दुकाने लगती हैं, लेकिन इस साल पुजारी ने मोरेश्वर भगवान की पुजा अर्चना कर मंदिर के कपाट बंद कर दिए थे। भक्त दता महाजन का कहना है कि अंगारकी संकष्टी चतुर्थी पर मोरेश्वर भगवान के दर्शन के लिए गए थे, लेकिन मंदिर बंद होने से पहली बार बिना दर्शन के घर लौटना पड़ा। 

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