दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा जिले में पुल-पुलियों के निर्माण के क्षेत्र में अभिनव पहल है स्टील पुलिया

दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा जिले में पुल-पुलियों के निर्माण के क्षेत्र में अभिनव पहल है स्टील पुलिया

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-29 09:48 GMT
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डिजिटल डेस्क, दंतेवाड़ा। नक्सल प्रभावित दन्तेवाड़ा जिले की तस्वीर बदलने हेतु दन्तेवाड़ा जिला प्रशासन एवं पीडब्ल्यूडी विभाग का प्रयास लगातार जारी है। दन्तेवाड़ा जिले के दुर्गम क्षेत्रों में पुल-पुलियों के निर्माण में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सीमेंट व कांक्रीट के द्वारा पुलियों के निर्माण में थोड़ा वक्त ज्यादा लगता है। दुर्गम क्षेत्र होने के वजह से पुल निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्य हेतु पुलिस सुरक्षा की भी आवश्यकता होती है। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन ने कम समय में पुलियों के निर्माण के विषय में कांक्रीट/पाईप पुलिया के स्थान पर फेबरिकेटेड स्टील पुलियों के निर्माण की सोची जो एक अच्छी पहल है, जिसमें कम लागत में अधिक मजबूत पुलियों का निर्माण बहुत कम समय में किया जाएगा। जिला दन्तेवाड़ा में समग्र विकास हेतु विशेष केन्द्रीय सहायता मद अंतर्गत वर्ष 2019-20 में स्वीकृति अनुसार वर्ष 2020-21 में राशि रूपये 322.18 लाख का कलेक्टर जिला दक्षिण बस्तर दन्तेवाड़ा द्वारा कार्यालय कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग दक्षिण बस्तर दन्तेवाड़ा को कार्य एजेंसी नियुक्ति कर प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है, जिसके अन्तर्गत जिले के हिड़पाल, कासोली, दूधीरास, कटेकल्याण, कोरीरास, नकुलनार एवं कुआकोण्डा में कुल 11 नग फेबरिकेटेड स्टील पुलिया का निर्माण किया जाना है, जिसमें फांडेशन बेस कांक्रीट एम-15 का तथा ग्राउण्ड लेबल बेस कांक्रीट एम-20 का होगा तथा सबस्ट्रक्चर जो कि नाला बेडलेवल के उपर का केप है, उसका कांक्रीट एम-25 को होगा। केप के उपर पूरा सुपरस्ट्रक्चर स्टील का होगा इसके निर्माण उपरांत इसकी लोड टेस्टिंग भी करवाई जाएगी। छत्तीसगढ़ शासन एवं दन्तेवाड़ा जिला प्रशासन के विशेष पहल के कारण दन्तेवाड़ा जिले में इस प्रकार के पुलिया का निर्माण प्रथम बार किया जा रहा है। यहां की आवश्यकताओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्टील की पुलिया बनाने का निर्णय लिया। पूर्णतः कांक्रीट की पुलियाओं को नक्सल प्रभावित इलाका होने के वजह से आसानी से तोड़ दिया जाता था, किन्तु पुलियों को तोड़ना नक्सलियों के लिए दुष्कार होगा। उपरोक्त कार्योपरांत संबंधित 07 ग्रामों के लोगों के साथ-साथ जिले एवं विकासखण्ड के लगभग 11 हजार 9 सौ 25 लोगों को आवागमन में सुविधा होगी तथा जिला एवं ब्लाक मुख्यालय से आसानी से जुड़ पायेंगे व अपने दैनिक कार्यो में उन्हें सहजता महसूस होगी। इन पुलों के निर्माण की जानकारी से संबंधित ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है।

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