क्रिसिल कंपनी लॉकडाउन में हर रोज 10 हजार जरूरतमंद लोगो को खाने की मदद कर रही है

क्रिसिल कंपनी लॉकडाउन में हर रोज 10 हजार जरूरतमंद लोगो को खाने की मदद कर रही है

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-23 10:06 GMT
क्रिसिल कंपनी लॉकडाउन में हर रोज 10 हजार जरूरतमंद लोगो को खाने की मदद कर रही है

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  23 अप्रैल 2020 – लॉकडाउन की वजह से कई जरूरतमंदो को खाना नही मिल पा रहा है। इसी को देखते हुए क्रिसिल अपने मुंबई स्थित कार्यालय में बिल्कुल हाइजेनिक तरीके से खाना तैयार करवा कर लोगों तक मुहैया करवा रहा है। इस योजना के तहत क्रिसिल ने एक दिन में करीब 5000 भोजन शुरु किए थे। जिसे अब बढ़ाकर 10000 कर दिया गया है। मुम्बई में प्रवासी कामगारों और अछूते समुदायों को सहारा देने के लिए रोजाना मुफ्त भोजन परोसना शुरू कर दिया है, जो राष्ट्रव्यापी बंद से प्रभावित हैं। 

10K मिल्स प्रोजेक्ट के तहत कंपनी के टीम के सदस्य मुंबई के पवई दफ्तर में बिल्कुल साफ-सुथरे तरीके से खाना बनाते है और इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाता है। भोजन का वितरण क्रिसिल फाउंडेशन के गैर-सरकारी संगठनों एनजीओ के नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है। क्रिसिल फाउंडेशन के अलावा, क्रिसिल कर्मचारियों द्वारा योगदान किए गए फंड के माध्यम से इस पहल का समर्थन किया जाता है।

इस बारे में बात करते हुए क्रिसिल के एमडी व सीईओ आषु सुयाश ने कहा, मुसबीत के इस दौर में एक जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिक होते हुए हमारा यह कर्तव्य है कि जरूरतमंदों को खाना पहुंच सके। संकट के इस समय में जिन लोगों को खाना नही मिल पा पा रहा है उन्हें खिलाने के लिए हम अपने कॉर्पोरेट रसोई क्षमताओं का उपयोग कर रहे हैं। साथ ही हम इस बात से भी आशान्वित हैं कि यह पहल प्रवासी श्रमिकों को उनके गाँवों और घरेलू शहरों में वापस जाने के लिए विवश नही करेगी। 

लॉकडाउन अवधि के अंत तक क्रिसिल सभी के माध्यम से मुफ्त भोजन देना जारी रखेगा। 30 मार्च से, क्रिसिल हर दिन चार जगहों में भोजन परोस रहा है - हीरानंदानी, पवई में श्रम शिविर; वंचित समुदायों पवई; मानखुर्द और धारावी में मलिन बस्तियाँ, और Aarey रोड, गोरेगांव में मलिन बस्तियों। यह परियोजना प्रति दिन 10,000 भोजन परोसती रहेगी। क्रिसिल जरूरत के अनुसार लक्षित समुदायों में खाद्यान्न, अनाज और चिकित्सा सहायता भी वितरित करेगा।

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