सब इंस्पेक्टर, 2 स्कूली बच्चे समेत 27 व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव
सतना सब इंस्पेक्टर, 2 स्कूली बच्चे समेत 27 व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव
डिजिटल डेस्क सतना। मैहर थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर और 2 स्कूली बच्चों समेत एक बार फिर जिले में 27 व्यक्तियों के थ्रोट स्वाब में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। शुक्रवार को रीवा के वायरोलॉजी लैब से आई आईसीएमआर रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाधिक संक्रमित मैहर विकासखण्ड में पाए गए हैं जबकि सतना शहर भी पीछे नहीं है। सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के संक्रमित होने का सिलसिला जारी है। हालांकि शनिवार से सभी सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों को आगामी 31 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है मगर अब तक संक्रमित मिले छात्र-छात्राओं की कांटेक्ट ट्रेसिंग जारी है।
कहां कितने मिले मरीज
मैहर में 10 संक्रमित मरीज मिले हैं। सतना शहरी क्षेत्र में 8 मरीजों के थ्रोट स्वाब में कोविड-19 वायरस की पुष्टि हुई है। महुडऱ हाईस्कूल में एक और 16 साल का छात्र पॉजिटिव आया है। इसी गांव के एक अन्य अधेड़ व्यक्ति में भी संक्रमण पाया गया है। शहरी क्षेत्र की बात करें तो खेरमाई रोड, आदर्शनगर, सिविल लाइन, नजीराबाद, राजेन्द्रनगर, टिकुरिया टोला, डिलौरा, पारस कॉलोनी में कोरोना ने अपनी दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सभी मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। 5 व्यक्तियों की रिपोर्ट रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव आई है। आसपास के एरिया को कंटेनमेंट घोषित किया गया है।
गलत मोबाइल नम्बर दर्ज करा रहे पेशेंट
हासिल जानकारी के मुताबिक जिस वक्त संदेही मरीज अपने थ्रोट स्वाब का सेम्पल देता है उस समय वह अपना मोबाइल नम्बर गलत दर्ज करा देता है। ऐसे मरीजों की रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आई तो उन्हें टे्रस करने में स्वास्थ्य विभाग के सामने बड़ी परेशानी पेश आती है। इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) ऐसे मरीजों को खोजने में एड़ी-चोटी का जोर लगा देता है जबकि संक्रमण पाए जाने पर ऐसे मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग पूरी अपने ऊपर ले लेता है। कोविड कमाण्ड सेंटर से रोज दो बार उसे कॉल कर उसका कुशलक्षेम पूछा जाता है और विभाग जरूरी दवाइयां पहुंचाने काम करता है।
्रएक्टिव केस की संख्या 130 पहुंची
जैसे-जैसे कोरोना के मरीजों में इजाफा हो रहा है, वैसे-वैसे एक्टिव केस भी बढ़ रहे हैं। 27 नए केसों के साथ एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 130 हो गई है। जिले में जब से कोरोना की आमद हुई तब से अभी तक 12106 संक्रमित पाए जा चुके हैं। 14 जनवरी को एक बार फिर 1 हजार 26 संदेहियों के थ्रोट स्वाब का सेम्पल लिया गया। सभी का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा। तीसरी लहर में अब तक 5 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
इनका कहना है
सेम्पलिंग के दौरान कई लोग अपना गलत मोबाइल नम्बर लिखवा रहे हैं। पॉजिटिव होने की दशा में ऐसे लोगों को ढूंढना मुश्किल हो जाता है। मेरी लोगों से अपील है कि लोग अपना सही नम्बर और पता दर्ज कराएं ताकि जरूरत पडऩे पर हम उनकी पूरी मदद कर सकें। संक्रमण को छिपाना नहीं है बल्कि एहतियात के साथ उपचार जरूरी है।
डॉ. प्रदीप गौतम