एक तरफ उगाही, दूसरी तरफ कार्रवाई
वर्धा एक तरफ उगाही, दूसरी तरफ कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, वर्धा. नगर परिषद प्रशासन एक ओर दैनिक बाजार के ठेका का शुल्क दोगुना बढ़ाकर ठेला लगाने वालों पर नगर परिषद प्रशासन अन्याय कर रहा है। दूसरी ओर दीपावली पर शहर के बाजार परिसर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रही है। जिससे शहर में रोजाना ठेला लगाने वाले में भय का वातावरण बना है। वर्धा नगर परिषद प्रशासन पहले दैनिक बाजार के ठेका का शुल्क 5 रुपए वसूलता था। ठेला लगाने वाले छोटे दुकानदार राजी खुशी से पांच रुपए दे देते थे। बाद में 10 रुपए शुल्क किया गया, लेकिन वर्धा नगर परिषद प्रशासन ने 21 अक्टूबर से 31 मार्च 2023 तक ठेका निकालकर दैनिक शुल्क 20 रुपए कर दिया है। शहर के बाजार परिसर में चारपहिया ठेला पर स्टेशनरी, रेडीमेड कपड़े, रंगोली, फल, सब्जी, कबाड़, पुराने कपड़े, नाश्ते की दुकान, समोसा, आलूबोंडा, चाय की दुकान सहित अन्य दुकानें लगती हैं, लेकिन नगर परिषद प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई चल रही है। रामनगर पुलिस ने वर्धा नगर परिषद प्रशासन को पत्र देकर आर्वी नाका, शास्त्री चौक, पैंथर चौक का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने की बात कही है। इस पत्रनुसार वर्धा नगर परिषद प्रशासन एक- दो दिन में अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई करने वाला है। इसके अलावा वर्धा शहर थाना ने भी पत्रनुसार महात्मा गांधी प्रतिमा, डॉ. आंबेडकर प्रतिमा परिसर, झांसी रानी चौक के डाक घर के समीप भी अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई होने वाली है। बता दें कि, वर्धा नगर परिषद प्रशासन के मिलकत विभाग द्वारा दैनिक आठवड़ी बाजार का ठेका एक वर्ष के लिए 19 लाख 11 हजार रुपए में दिया जाता था। इस बार सिर्फ साढ़े पंाच माह के लिए 11 लाख 51 हजार रुपए में दिया गया है।
ठेका लेने वाले की ओर से आधा शुल्क 5 लाख 75 हजार रुपए जमा किया गया है। इस कारण नगर परिषद प्रशासन का फायदा हो रहा है, लेकिन हाथ ठेला लगाने वाले गरीब व मध्यम वर्ग के लोग नगर परिषद के ठेकेदार को दैनिक बाजार शुल्क दे रहे हैं और अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई का दंश भी झेल रहे हैं।