फायर ऑडिट रिपोर्ट नहीं देने पर शहर के 13 निजी अस्पतालों को सीएमएचओ ने दिया नोटिस

कटनी फायर ऑडिट रिपोर्ट नहीं देने पर शहर के 13 निजी अस्पतालों को सीएमएचओ ने दिया नोटिस

Bhaskar Hindi
Update: 2022-08-04 10:34 GMT
फायर ऑडिट रिपोर्ट नहीं देने पर शहर के 13 निजी अस्पतालों को सीएमएचओ ने दिया नोटिस

डिजिटल डेस्क, कटनी।  फायर ऑडिट रिपोर्ट देने में लापरवाही बरतना शहर के निजी अस्पतालों को मंहगा पड़ता हुआ नजर आ रहा है। दैनिक भास्कर में प्रकाशित की जा रही खबरों को लेकर स्वास्थ्य महकमा एक्टिव मोड में आया और 13 निजी अस्पतालों को शो-कॉज नोटिस देते हुए तीन दिन का समय दिया गया है। नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि यदि इसके बाद भी फॉयर ऑडिट रिपोर्ट जमा नहीं किया तो लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी। नोटिस मिलने के बाद अस्पतालों में हडक़ंप की स्थिति निर्मित है। अब अस्पताल संचालक अपने बचाव का नया तरीका निकालने की जुगत में हैं। यहां तक की राजनैतिक पदाधिकारियों से जुड़े संचालक और उनके चहेते आकाओं के यहां भी मंडराते हुए दिखाई दिए।
आवासों में चला रहे अस्पताल
इस मामले में एक लापरवाही और सामने आई है। निजी अस्पताल चलाने के लिए प्रबंधन आवासों का सहारा लिया है। यह स्थित शहर में नहीं, बल्कि ब्लाक मुख्यालयों में भी है। अनदेखी का आलम यह है कि कई जगहों पर तो मरीजों को भर्ती कर इलाज करने की अनुमति डॉक्टरों के पास नहीं है। इसके बावजूद अस्पतालों में मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि डॉक्टर आवास होने के चलते जिम्मेदार भी किसी तरह की कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं।
आने-जाने के लिए एक ही गेट
अधिकांश अस्पतालों में सिंगल गेट से ही मरीज और डॉक्टर स्टाफ की आवाजाही होती है। कई जगहों पर अग्निशमन यंत्र तो जरुर हैं, लेकिन एक ही गेट होने से खतरा मंडराता रहता है। कुछ जगहों पर यदि मुख्य गेट में एम्बुलेंस या
फिर अन्य वाहन जिसमें मरीजों को लाया जाता है। यदि खड़े हो जाते हैं तो अस्पताल के अंदर मरीजों का आवाजाही भी बंद हो जाता है। यह स्थिति संकरी गलियों में स्थापित अस्पतालों की है। जिसका नजारा मुख्य मार्ग से ही देखा जा सकता है।
कलेक्टर के एक्शन पर जागा विभाग
इस संबंध में बताया जाता है कि जबलपुर की घटना और दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर को लेकर कलेक्टर ने स्वास्थ्य महकमे से निजी अस्पतालों में फॉयर आडिट रिपोर्ट के संबंध में जानकारी मांगी थी। साथ ही यह भी कहा था कि जिन अस्पतालों में मापदंड का पालन नहीं किया जा रहा है वहां पर नोटिस देते हुए कार्रवाई करें। इसके बाद सीएमएचओ कार्यालय में दबी फाइल बाहर आई।

Tags:    

Similar News